अमेरिका और तालिबान के बीच शांति वार्ता समाप्त हो गई है। काबूल में एक हमले के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अंतिम समय में शांति वार्ता को रद्द कर दिया। इस हमले में एक अमेरिकी सैनिक की भी मौत हो गई थी। शांति वार्ता खत्म होने के बाद तालिबान तिलमिला गया है। तालिबान का कहना है कि इससे अमेरिका को बड़ा नुकसान होगा और अब ज्यादा अमेरिकियों की जान जाएगी।
Published: 09 Sep 2019, 10:03 AM IST
वार्ता खत्म करने की घोषणा करने के बाद तालिबान की तरफ से रविवार देर रात एक बयान जरी कर अमेरिका को चेतावनी देते हुए तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि जिस वक्त डोनाल्ड ट्रंप हमले की दुहाई दे रहे हैं, उसी वक्त अमेरिकी सेना भी अफगानिस्तान में लगातार बम बरसा रही है।
Published: 09 Sep 2019, 10:03 AM IST
तालिबान का कहना है कि अमेरिका के लिए ये भारी पड़ने वाला है। इससे अमेरिका की छवि पर असर होगा, लोगों की जान जाएगी और शांति भंग होगी। गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप और तालिबान के बड़े नेताओं के बीच ये बैठक कैंप डेविड में होने थी, जहां अक्सर अमेरिकी राष्ट्रपति बड़ी और अहम बैठकें करते हैं।
Published: 09 Sep 2019, 10:03 AM IST
डोनाल्ड ट्रंप के ऐलान के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने कहा था कि जबतक हमें इस बात पर भरोसा नहीं होता है कि अफगानिस्तान में सबकुछ ठीक है, हम अपने सैनिक नहीं वापस बुलाएंगे।
Published: 09 Sep 2019, 10:03 AM IST
वहीं पॉम्पियो ने ये उम्मीद जताई है कि भविष्य में अमेरिका और तालिबान के बीच बातचीत हो सकती है। माइक पॉम्पियो ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि अमेरिका और तालिबान भविष्य में वार्ता बहाल कर सकते हैं। फॉक्स न्यूज को दिए साक्षात्कार में पॉम्पियो ने कहा कि गुरुवार को अफगानिस्तान में एक अमेरिकी सैनिक की मौत के बाद वार्ता फिलहाल खत्म कर दी गई है।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
Published: 09 Sep 2019, 10:03 AM IST
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Published: 09 Sep 2019, 10:03 AM IST