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इजरायल के इतिहास में सबसे दक्षिणपंथी सरकार बनाएंगे नेतन्याहू, विवादित नोआम पार्टी से किया गठबंधन

नोआम पार्टी के एकमात्र विधायक एवी माओज इजराइल की यहूदी पहचान के मजबूत समर्थक हैं और विश्वविद्यालयों, संगीत कार्यक्रमों और सार्वजनिक परिवहन सहित सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं और पुरुषों के बीच लिंग भेद जैसे यहूदी धार्मिक कानूनों के कट्टर पक्षधर हैं।

फोटोः सोशल मीडिया
फोटोः सोशल मीडिया 

इजरायल के भावी प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की लिकुड पार्टी और घोर दक्षिणपंथी नोआम पार्टी के बीच गठबंधन समझौते पर हस्ताक्षर हो गया है, जिससे नेतन्याहू इजरायल के इतिहास की सबसे घोर दक्षिणपंथी सरकार बनाने की ओर एक कदम आगे बढ़ गए हैं। लिकुड पार्टी ने रविवार को एक बयान में गठबंधन की घोषणा की।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार दोनों पार्टियों के बीच समझौते के तहत नोआम के नेता और इसके एकमात्र विधायक एवी माओज प्रधानमंत्री कार्यालय में उप मंत्री के रूप में काम करेंगे और इसके अलावा वह राष्ट्रीय यहूदी पहचान प्राधिकरण नामक एक नई एजेंसी के प्रभारी भी होंगे।

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माओज नेटिव के प्रभारी भी होंगे, जो एक सरकारी ब्यूरो है। यह पूर्व सोवियत गणराज्यों में यहूदियों के साथ संपर्क बनाए रखता है और उन्हें इजरायल में प्रवास करने के लिए प्रोत्साहित करता है। माओज इजराइल की यहूदी पहचान के एक मजबूत समर्थक हैं और विश्वविद्यालयों, संगीत कार्यक्रमों और सार्वजनिक परिवहन सहित सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं और पुरुषों के बीच लिंग भेद जैसे यहूदी धार्मिक कानूनों के समर्थक हैं।

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नवंबर के मध्य में नेतन्याहू को एक नई गठबंधन सरकार बनाने के लिए हरी झंडी मिलने के बाद यह लिकुड पार्टी का दूसरा गठबंधन समझौता है। सप्ताहांत में लिकुड पार्टी ने एक बयान में कहा कि उसने इतामार बेन-गवीर के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जो एक चरमपंथी राजनीतिज्ञ हैं, जिनके नेतन्याहू की सरकार में राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री बनने की उम्मीद है।

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नेतन्याहू, इजरायल के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले प्रधानमंत्री हैं, जिन्हें सिर्फ डेढ़ साल पहले हटा दिया गया था और भ्रष्टाचार के आरोपों पर मुकदमा चल रहा है। उनकी गठबंधन सरकार में शामिल होने के बारे में तीन अन्य दलों के साथ बातचीत चल रही है। लगभग चार वर्षों के पांच चुनावों के बाद 1 नवंबर को हुए संसदीय चुनावों में नेतन्याहू और उनके सहयोगियों ने 120 में से 64 सीटों पर जीत हासिल की। इजराइली कानून के तहत नेतन्याहू को दिसंबर के मध्य की समय सीमा से पहले सरकार का गठन करना होगा।

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