चीन में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच वहां लॉकडाउन लगा दिया गया है, जिसके कारण बहुराष्ट्रीय कंपनियों (एमएनसी) ने कुछ परिचालन रोक दिए हैं। ये 2020 में महामारी की शुरूआत के बाद से सबसे बड़ा आंकड़ा है। ये जानकारी बीबीसी ने दी।
देशभर में लाखों लोगों को प्रतिबंधों का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें पूरे जिलिन प्रांत और प्रौद्योगिकी केंद्र शेन्जेन शामिल हैं, क्योंकि वहां रिकॉर्ड मामले दर्ज किए जा रहे हैं। इसमें टोयोटा, वोक्सवैगन और एप्पल आपूर्तिकर्ता फॉक्सकॉन प्रभावित फर्मो में से हैं।
Published: 15 Mar 2022, 4:17 PM IST
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, लॉकडाउन के कारण चिंता बढ़ी है कि महत्वपूर्ण आपूर्ति बाधित हो सकती है। चीन में मंगलवार को 5,000 से ज्यादा मामले सामने आए, जिनमें से अधिकांश जिलिन में दर्ज किए गए।
उत्तर-पूर्वी प्रांत के सभी 2.4 करोड़ निवासियों को सोमवार को क्वारंटीन आदेशों के तहत रखा गया। यह पहली बार है जब चीन ने महामारी की शुरूआत में वुहान और हेबेई में लॉकडाउन के बाद से पूरे प्रांत को प्रतिबंधित कर दिया है।
Published: 15 Mar 2022, 4:17 PM IST
जिलिन निवासियों को इधर-उधर जाने से प्रतिबंधित कर दिया गया है और जो कोई भी प्रांत छोड़ना चाहता है उसे पुलिस की अनुमति के लिए आवेदन करना होगा। यह दक्षिणी शहर शेनझेन के 1.25 करोड़ निवासियों पर पांच-दिवसीय लॉकडाउन के एक दिन बाद आया, जिसमें सभी बसें और मेट्रो सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं।
लैंगफैंग शहर में, जो राजधानी बीजिंग की सीमा में है, वहां मंगलवार को साथ ही दक्षिणी प्रांत ग्वांगडोंग में डोंगगुआन ने भी तत्काल लॉकडाउन लगा दिया गया है।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
Published: 15 Mar 2022, 4:17 PM IST
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Published: 15 Mar 2022, 4:17 PM IST