NASA के Moon mission के लिए चुने गए भारतीय मूल के राजा जॉन वुरपुतूर
अमेरिकी एजेंसी नासा ने अपने चंद्र अभियान के लिए एक भारतीय-अमेरिकी समेत 18 अंतरिक्ष यात्रियों को चुना है। नासा ने जिन 18 अंतरिक्ष यात्रियों के लिए इस मिशन के लिए चुना है उनमें आधी महिलाएं हैं। इन सभी अंतरिक्ष यात्रियों को वह अपने 'आर्टमिस' मून-लैंडिंग प्रोग्राम के लिए प्रशिक्षत करेगा। अंतरिक्ष यात्रियों की इस लिस्ट में राजा जॉन वुरपुतूर चारी अकेले भारतीय मूल के अंतरिकक्ष यात्री होंगे, जिन्हें 2017 में ही नासा ने एस्ट्रोनॉट कैंडिडेट क्लास के लिए चुना था। राजा चारी अमेरिकी एयर फोर्स एकैडमी, एमआईटी और अमेरिकी नेवल टेस्ट पायलट स्कूल से ग्रैजुएट हैं। बता दें कि यह पहला चंद्र अभियान होगा जिसके जरिए पहली महिला अंतरिक्ष यात्री चांद की सतह पर कदम रखेगी।
टाइम मैगजीन ने बाइडेन और कमला हैरिस को बनाया 'पर्सन ऑफ द ईयर'
अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए नवनिर्वाचित जो बाइडन और उप-राष्ट्रपति पद के लिए नवनिर्वाचित कमला हैरिस को प्रतिष्ठित टाइम मैगजीन ने 2020 के लिए पर्सन ऑफ द ईयर चुना है। दोनों के फोटो के साथ लिखा- Changing America'S story यानी बदलते अमेरिका की कहानी। पिछले साल, 16 वर्षीय जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग को टाइम द्वारा पर्सन ऑफ द ईयर के खिताब से नवाजा गया था। आपको बता दें, बाइडन और कमला हैरिस ने 7 नवंबर को अमेरिकी चुनाव जीतकर इतिहास रचा था। उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप को हराया था। मैगजीन ने दोनों को अमेरिकी इतिहास में बदलाव लाने के लिए पॉलिटिक्स कैटेगरी में यह खिताब दिया है।
मुंबई हमले के मास्टरमाइंड लखवी को हर महीने खर्च के लिए मिलेंगे इतने लाख रुपये
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 प्रतिबंध समिति ने मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड में से एक और संगठन लश्कर-ए-तैयबा के ऑपरेशन्स प्रमुख जकीउर रहमान लखवी को हर महीने 1.5 लाख रुपये (पाकिस्तानी रुपये) जरूरी खर्च के लिए देने की अनुमति दे दी है। आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध होने के बाद लखवी की संपत्ति और बैंक खाते सीज कर दिए गए थे। खबरों की मानें तो पाकिस्तानी सरकार ने उसके खाते में मासिक भुगतान किए जाने को लेकर विचार करने के लिए अनुरोध किया था जिससे खाना (50,000 रुपये), दवाइयों (45,000 रुपये), पब्लिक यूटिलिटी चार्जेज (20,000 रुपये), वकील की फीस (20,000 रुपये) और कहीं आने-जाने (15,000 रुपये) से संबंधित अपने खर्चों को वहन कर सके।
इस्लामी चरमपंथ से निबटने के लिए राष्ट्रपति मैंक्रो के बिल को मंजूरी
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रो को कैबिनेट की तरफ से उस बिल के लिए मंजूरी मिल गई है जिसके जरिए चरमपंथी इस्लाम पर नियंत्रण लगाया जाना है। फ्रांस में पिछले कुछ दिनों में हुए आतंकी हमलों के बाद मैंक्रो सरकार ने इस बिल को तैयार किया है। हालांकि कुछ लोगों का मानना है कि बिल फ्रांस में बसे मुसलमान समुदाय को डराने का काम करेगा।इस बिल को पहले 'एंटी-सेपरटिज्म' यानी 'अलगाववाद विरोध बिल' कहा गया था। मैंक्रो ने इस शब्द का प्रयोग उन चरमपंथी इस्लामी ताकतों के लिए किया था जो मुख्य समाज से आते हैं। लेकिन आलोचना के बाद इसका नाम बदलकर अब 'ड्राफ्ट लॉ टू स्ट्रेंथन रिपब्लिकन वैल्यूज' यानी संवैधानिक मूल्यों को ताकत देने वाला बिल कर दिया गया है।
पत्रकार की हत्या मामला: अफगान इंटेलीजेंस ने संदिग्धों को किया गिरफ्तार
अफगानिस्तान की खुफिया एजेंसी 'अफगान नेशनल डायरेक्टोरेट ऑफ सिक्योरिटी' (एनडीएस) ने जलालाबाद शहर में एक महिला पत्रकार की हत्या मामले में कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, गुरुवार को अज्ञात बंदूकधारियों ने मालालाई मैवंद और उनके चालक की गोली मारकर हत्या कर दी। मृतका नंगरहार प्रांत की राजधानी जलालाबाद में एक निजी रेडियो टीवी स्टेशन के लिए काम करती थी। प्रांतीय सरकार के अधिकारियों ने एक बयान में कहा कि हत्या के कुछ घंटों बाद संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए लोगों की सटीक संख्या दिए बिना, अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने "अपने अपराध को कबूल कर लिया है, और आगे जांच चल रही है।" फिलहाल किसी भी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
(आईएएनएस के इनपुट के साथ)
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined