पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को इस्लामाबाद में संसद भवन में इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) के 48वें विदेश मंत्री परिषद (सीएफएम) के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए दुनियाभर में इस्लाम विरोधी नैरेटिव उर्फ 'इस्लामोफोबिया' के प्रसार के लिए मुस्लिम दुनिया को जिम्मेदार ठहराया।
Published: 22 Mar 2022, 7:36 PM IST
एक हथियारबंद शख्स द्वारा मस्जिद पर हमले की दुखद घटना का जिक्र करते हुए इमरान खान ने कहा, "बदकिस्मती से हमने इस्लामोफोबिया के इस गलत नैरेटिव को फैलने से रोकने के लिए कुछ नहीं किया और नतीजतन, पश्चिम में इस पर यकीन कर लिया।"
उन्होंने कहा, "हमारे पास आत्मविश्वास नहीं है। हम किसी तरह की मदद के लिए दूसरों की ओर देखते हैं। हमें एक ब्लॉक के रूप में रहना चाहिए और खुद को अमन में भागीदार के रूप में दिखाना चाहिए।"
Published: 22 Mar 2022, 7:36 PM IST
खान ने 15 मार्च को इस्लामोफोबिया का मुकाबला करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में चिह्न्ति करने के लिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा ऐतिहासिक प्रस्ताव पारित किए जाने पर ओआईसी सदस्यों को बधाई दी।
मुस्लिम जगत को एक साझा एजेंडे पर एक साथ रहने और एक गुट के रूप में बने रहने की तत्काल जरूरत के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि दुनियाभर में मुसलमानों का कत्ल किया जा रहा है और गलत तरीके से आतंकवाद से जोड़ा जा रहा है।
Published: 22 Mar 2022, 7:36 PM IST
फिलिस्तीन और कश्मीर के मुद्दे पर बात करते हुए खान ने कहा कि उन क्षेत्रों में दिन के उजाले की लूट की जा रही है, जबकि मुस्लिम दुनिया इसे मौन रूप से देख रही है। उन्होंने कहा, "भारत जम्मू-कश्मीर राज्य की जनसांख्यिकी को मुस्लिम बहुल राज्य से मुस्लिम अल्पसंख्यक राज्य में बदल रहा है। यह एक युद्ध अपराध है।" उन्होंने कहा, "लेकिन इससे भारत को कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि मुस्लिम दुनिया इसके खिलाफ आवाज उठाने के लिए कुछ नहीं कर रही है।"
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि अगर दुनिया अफगानिस्तान की धरती को आतंकवाद के लिए इस्तेमाल होने से बचाना चाहती है तो अफगानिस्तान को स्थिर करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, "अफगानिस्तान के लोगों से ज्यादा किसी और ने नहीं झेला है, जो 40 साल से युद्ध में हैं।"
Published: 22 Mar 2022, 7:36 PM IST
इससे पहले, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि अब समय आ गया है कि मुस्लिम दुनिया एकजुट हो और अपनी सीमाओं के अंदर वैश्विक संक्रमण और उथल-पुथल से निपटने के लिए सामूहिक प्रतिक्रिया करे। उन्होंने कहा, "हमें दुनियाभर में एकता, न्याय और विकास के निर्माण में एक विश्वसनीय भागीदार होना चाहिए, लेकिन आक्रामकता या वर्चस्व में किसी का सहयोगी नहीं होना चाहिए।" उन्होंने कहा, "मुस्लिम देशों में लगातार बाहरी हस्तक्षेप के कारण मुस्लिम दुनिया की नाराजगी बढ़ रही है।"
Published: 22 Mar 2022, 7:36 PM IST
ओआईसी के दो दिवसीय सत्र के दौरान 100 से अधिक संकल्प पेश किए जाएंगे। एजेंडा के अनुसार, अफगानिस्तान ह्यूमैनिटेरियन ट्रस्ट फंड पहले ही स्थापित किया जा चुका है, जिसके चार्टर पर ओआईसी सीएफएम से एक दिन पहले हस्ताक्षर किए गए थे।
Published: 22 Mar 2022, 7:36 PM IST
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Published: 22 Mar 2022, 7:36 PM IST