पाकिस्तान ने आखिरकार मान लिया है कि उसके यहां कई आतंकी समूह सक्रिय थे। इस संबंध में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अमेरिकी सांसदों को संबोधित करते हुए मंगलवार को बड़ा खुलासा किया है। इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान में 40 आतंकी समूह सक्रिय थे। इमरान खान ने कैपिटॉल हिल में अमेरिकी सांसदों को संबोधित करते हुए कहा, 'हम आतंक के खिलाफ अमेरिका की लड़ाई लड़ रहे हैं। पाकिस्तान का 9/11 से कोई लेना-देना नहीं था।'
Published: 24 Jul 2019, 12:23 PM IST
पाक पीएम ने कहा, 'अल-कायदा अफगानिस्तान में है। तालिबान भी वहीं है, पाकिस्तान में कभी तालिबान नहीं था, इसके बाद भी हम अमेरिका के युद्ध में हिस्सा रहे। दुर्भाग्य से जब चीजें गलत दिशा में बढ़ रही थी तो हमने अमेरिका को कभी जमीनी हकीकत से वाकिफ नहीं कराया। इसके लिए मैं अपनी सरकार को पूरी तरह जिम्मेदार ठहराता हूं।'
Published: 24 Jul 2019, 12:23 PM IST
इमरान खान के कहा कि पाकिस्तान की पिछली सरकारों ने अमेरिका से छुपाए रखा। उन्होंने कहा कि पिछले 15 वर्षों की सरकार ने अमेरिका को सच नहीं बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में 40 अलग-अलग आतंकवादी समूह सक्रिय थे। लेकिन हम अमेरिका की लड़ाई में शामिल हुए।
Published: 24 Jul 2019, 12:23 PM IST
इमरान खान ने ये बातें पाकिस्तान कॉकस की अध्यक्ष शीला जैक्सन ली द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। ली भारत और भारतीय अमेरिकियों पर कांग्रेस के कॉकस की भी सदस्य हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा, ‘पाकिस्तान में 40 अलग-अलग आतंकवादी समूह सक्रिय थे। पाकिस्तान ऐसे दौर से गुजरा है, जहां हमारे जैसे लोग चिंतित थे कि क्या हम (पाकिस्तान) इससे सुरक्षित निकल पाएंगे। इसलिए जब अमेरिका हमसे और करने और अमेरिका की लड़ाई को जीतने में हमारी मदद की आशा कर रहा था उसी वक्त पाकिस्तान अपना अस्तित्व बचाने के लिए लड़ रहा था।’
Published: 24 Jul 2019, 12:23 PM IST
अमेरिका दौरे पर गए इमरान खान अपने इस बयान के जरिए ये कहना चाह रहे थे कि पाकिस्तान पर उसकी ही सरकार का कंट्रोल नहीं रहा था। अब वो अमेरिका के साथ बेहतर रिश्ते बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान को अपने यहां ओसामा बिन लादेन की मौजूदगी का पता था। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने ही अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए को इसके बारे में जानकारी दी। जिसके बाद अमेरिका अल कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन तक पहुंचा।
Published: 24 Jul 2019, 12:23 PM IST
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की ये टिप्पणी पाकिस्तान के आधिकारिक रुख के उलट है। पाकिस्तान ने आधिकारिक तौर पर ये स्वीकार किया है कि 2 मई 2011 को पाकिस्तान के एबटाबाद में अमेरिकी सील ने जब ओसामा के ठिकाने पर हमला कर उसे मार गिराया था, तब तक पाकिस्तान को ओसामा के ठिकाने के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। अब इमरान खान का इसके उलट बयान देना पाकिस्तान के अपने ही पुराने बयान से पलटना है।
Published: 24 Jul 2019, 12:23 PM IST
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Published: 24 Jul 2019, 12:23 PM IST