अमेरिकी राज्य फ्लोरिडा में एक सशस्त्र डकैती के बाद गोलीबारी में कम से कम चार लोग मारे गए। संघीय अधिकारियों ने यह जानकारी दी। समाचार पत्र साउथ फ्लोरिडा सन सेंटिनल के अनुसार, गुरुवार को ज्वैलरी स्टोर के लुटेरों ने एक यूपीएस ट्रक को अगवा कर लिया और उसके बाद पुलिस ने मियामी से मिरामार तक उनका पीछा किया। एफबीआई के विशेष एजेंट जॉर्ज पीरो ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पीड़ितों में दो लुटेरे, अपहृत यूपीएस चालक और वहां मौजूद एक शख्स शामिल हैं, जो घटनास्थल पर एक कार के अंदर था। पीरो ने कहा, "ऐसे कई सवाल हैं, जिनके जवाब नहीं मिले हैं।"
पुलिस ने कहा कि एक साइलेंट अलार्म ने एक कोरल गैबल्स अधिकारी को 4.17 बजे सतर्क कर दिया। स्टोर मालिक और संदिग्धों के बीच गोलीबारी हुई और स्टोर में एक महिला घायल हो गई। फिलहाल यह अस्पष्ट है कि क्या उसे गोली लगी है।
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अमेरिका ने हाल के सरकार विरोधी प्रदर्शनों में 1,000 से अधिक लोगों की मौत के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया है। समाचार एजेंसी एफे ने ईरान के लिए विदेश विभाग के विशेष प्रतिनिधि ब्रायन हुक के हवाले से कहा, "प्रतीत होता है कि शासन ने विरोध प्रदर्शन शुरू होने के बाद से 1,000 से अधिक ईरानी नागरिकों की हत्या की हो सकती है।" हालांकि, हुक ने कहा कि वह इस आंकड़े के बारे में सुनिश्चित नहीं हैं, क्योंकि ईरानी शासन जानकारी को अवरुद्ध करता है। हुक के अनुसार, माहशहर में एक विरोध प्रदर्शन में सौ से अधिक लोग मारे गए और जब यह खत्म हो गया तो शवों को ट्रकों में लाद दिया गया।
उन्होंने कहा, "हमें अभी तक नहीं पता है कि ये शव कहां ले जाए गए, लेकिन हमें इस बारे में ज्यादा से ज्यादा पता चल रहा है कि ईरानी शासन अपने लोगों के साथ कैसा व्यवहार करता है।" इसके जवाब में, ईरान के जूडिशल प्रवक्ता गुलाम हुसैन इस्माइली ने कहा कि शत्रु समूहों द्वारा दी जा रही संख्या और आंकड़े बिलकुल झूठ हैं और जो उन्होंने घोषणा की, उन आंकड़ों में गंभीर अंतर है।
तेल की बढ़ती कीमतों और राशनिंग को लेकर ईरान में 15 नवंबर को विरोध प्रदर्शन शुरू हुए थे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी गुरुवार को मीडिया से बात करने के दौरान विरोध प्रदर्शन का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ईरानी शासन ने बहुत कम समय में सैकड़ों लोगों को मार डाला है।
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पाकिस्तान में आतंकवाद रोधी विभाग (सीटीडी) ने आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट से संबद्ध दो आतंकवादियों की गिरफ्तारी का दावा किया है। 'डॉन' की गुरुवार की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह गिरफ्तारी मंगलवार रात की गई। एक खुफिया सूचना के बाद इन्हें अलीपुर बाइपास नाम की जगह से गिरफ्तार किया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों ने कहा कि पकड़े गए संदिग्ध आतंकवादियों की पहचान अख्तर आलम और हुसैन अहमद के रूप में की गई है। इनके पास से ग्रेनेड, हथियार व नकदी बरामद की गई है। यह दोनों मुजफ्फरगढ़ में एक 'संवेदनशील एजेंसी' पर हमले की योजना बना रहे थे।
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अपने समय में पाकिस्तान के शीर्ष बल्लेबाजों में शुमार किए जाने वाले जावेद मियांदाद ने पाकिस्तानी क्रिकेट की दुर्दशा के लिए प्रधानमंत्री व पूर्व क्रिकेटर इमरान खान को आड़े हाथ लिया है। उन्होंने कहा है कि इमरान खुद ही देख लें कि उन्होंने देश में क्रिकेट का क्या हाल कर दिया है।
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रिटेल दिग्गज कंपनी अमेजन ने अपने खरीदारों को 300 पाउंड के निंटेंडो स्विच के बदले कंडोम और रैंडम आइटम जैसे टूथब्रश और टैम्बोरीन भेजने के लिए माफी मांगी है। कंपनी ने शुक्रवार को हुई गड़बड़ी के बाद माफी मांगी है। इसे लेकर ऑनलाइन खरीदारी करने वाले करीब दर्जन भर ग्राहकों ने इस पर निराशा जताई और शिकायत की। उन्होंने ग्राहकों को पैसे वापस करने का वादा किया है, जिसमें से कुछ नाराज थे कि उन्होंने ब्लैक फ्राइडे के दिन ऑर्डर किया, लेकिन अब उन्हें पूरी कीमत देनी होगी।
द डेली मिरर की गुरुवार की रिपोर्ट के मुताबिक, स्टैफर्डशायर टटबरी के विव जॉनसन ने डेविड वालियटस की नवीनतम पुस्तक, द बीस्ट ऑफ बकिंघम पैलेस की एक प्रति प्राप्त की, जो कार्डबोर्ड पैकिंग के अंदर थी। जॉनसन ने कथित तौर पर अमेजन के पैकेज की तस्वीर साझा की और लिखा, "मैं अपना पैसा वापस चाहता हूं। आपने डिलीवरी की और पार्सल को वापस लेने से इनकार कर दिया, जिसे तोड़ दिया गया था।" इस बीच अमेजन ने इस बड़ी भूल के लिए जांच शुरू की है।
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