यूरोप और अमेरिका में कई सरकारों ने मानवाधिकार समूह द्वारा किए गए कथित गुप्त चीनी पुलिस स्टेशनों के खुलासे के बाद जांच शुरू कर दी है। जर्मनी और चिली इन रिपोर्ट का अध्ययन कर रहे हैं, जबकि फ्रांस इस मुद्दे की निगरानी कर रहा है। मैड्रिड स्थित गैर-सरकारी संगठन सेफगार्ड डिफेंडर्स ने सितंबर में बताया था कि चीन 30 देशों में 54 तथाकथित पुलिस सर्विस स्टेशनों के जरिए पांच महाद्वीपों में अवैध, अंतरराष्ट्रीय पुलिस अभियान चला रहा है।
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इस सनसनीखेज रिपोर्ट पर बीजिंग ने कहा कि विदेशों में चीनी नागरिकों को आवश्यक सेवाएं देने के लिए ये स्टेशन बनाए गए थे। लेकिन सेफगार्ड डिफेंडर्स ने कहा कि ये स्टेशन वास्तव में प्रवासियों को घर लौटने के लिए मजबूर करने के लिए उपयोग किए जाते हैं ताकि वो आपराधिक आरोपों का सामना कर सकें।
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अब तक नीदरलैंड और आयरिश सरकारों ने चीन को अपने विदेशी पुलिस सेवा स्टेशनों को बंद करने का आदेश दिया है। चेक गणराज्य, जर्मनी, पुर्तगाल, स्पेन, स्वीडन और यूके सहित कुछ अन्य यूरोपीय सरकारें सेफगार्ड डिफेंडर्स द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच कर रही हैं। जर्मनी के आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि जर्मन सरकार विदेशी राज्य शक्ति के प्रयोग को बर्दाश्त नहीं करेगी। चीनी एजेंसियों के पास जर्मनी में इस तरह का काम करने का कोई कार्यकारी अधिकार नहीं है।
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वहीं, संयुक्त राज्य अमेरिका में भी रिपोर्ट किए गए विदेशी पुलिस सर्विस स्टेशन की जांच चल रही है। हालांकि, अमेरिकी सरकार किसी एक मामले को देखने के बजाय एक व्यापक दृष्टिकोण अपना रही है और पूरे देश में चीन के कथित अंतरराष्ट्रीय दमन और पुलिसिंग प्रयासों की जांच कर रही है।
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