कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया खौफ में है। कई देशों में पूर्ण लॉकडाउन का ऐलान किया गया है। कोरोना से अब तक दुनिया में 30 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इस वायरस से पूरी दुनिया में 6 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। कोरोना से मृतकोंऔर संक्रमितों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। हर दिन हजारों मौतें हो रही है और लाखों लोग इस वायरस के चपेट में आ रहे हैं। यह वायरस सबसे पहले चीन में फैला और इसने वहां 81,439 लोगों को संक्रमित किया। जिसमें से तीन हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। वहीं इटली और स्पेन में मौत का आंकड़ा चीन से कहीं ज्यादा है। ऐसे में दुनिया को चीन द्वारा बताए गए आंकड़ों पर शक है। चीन पर कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों और इससे हुई मौत के असली आंकड़ों को छिपाने के भी आरोप लग रहे हैं। ऐसे मे सवाल यह है कि क्या चीन दुनिया से असली आंकड़े छिपा रहा है? चीन पर शक करने की कई वजह भी है, आइए जानते हैं शक की उन वजहों को...
Published: 29 Mar 2020, 8:30 PM IST
क्या है दूसरे दशों में मौत का आंकड़ा
मेडिकल रिपोर्ट्स के मुताबकि कोरोना वायरस से संक्रमित ज्यादातर लोग ठीक हो जाते हैं। यह वायरस सबसे ज्यादा खतरा उन लोगों के लिए है जो पहले से किसी बीमारी से ग्रस्ति हैं। इटली में 92 हजार से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं, जबकि 10 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इटली में चीन से तीन गुना ज्यादा मौतें हुई हैं। वहीं अमेरिका में संक्रमितों की संख्या एक लाख से अधिक हो चुकी है और दो हजार की जान जा चुकी है। अमेरिका में चीन की तुलना में काफी देर से वायरस का संक्रमण फैला है।
Published: 29 Mar 2020, 8:30 PM IST
चीन में अस्थि कलश की मांग बढ़ी
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार चीन में अस्थि कलश की मांग बढ़ी है जिसके आधार पर मौत के आंकड़ों पर सवाल उठाए जा रहे हैं। चीन की स्थानीय मीडिया के हवाले से कहा गया है कि बहुत बड़ी संख्या में लोग शवदाह गृहों में राख लेने के लिए पहुंच रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना के केंद्र वुहान के शवदाह गृह में पिछले दो दिनों में पांच हजार अस्थि कलश मंगवाए गए हैं। इससे सवाल उठ रहे हैं कि यदि 3300 लोगों की जान गई है तो पांच हजार अस्थि कलश क्यों मंगवाए गए है?
Published: 29 Mar 2020, 8:30 PM IST
दो करोड़ से ज्यादा फोन हो गए बंद
चीन में पिछले कुछ महीनों में दो करोड़ मोबाइल यूजर्स के फोन डिएक्टिवेट हो गए हैं और इसकी पुष्टि चीन की मोबाइल कंपनियों ने भी की है। चीन में पहली बार ऐसा हुआ है कि इतनी संख्या में यूजर्स की संख्या में कमी आई हो। सवाल उठता है कि वे कौन लोग हैं और उनके फोन क्यों बंद हुए हैं? इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि कोरोना वायरस के कारण जो प्रवासी मजदूर शहरों को छोड़कर गांव चले गए, उन्होंने अपने शहर वाले नंबर्स का इस्तेमाल करना बंद कर दिया है। वहीं चीन में अब कंपनियों में काम शुरू हो गया है। ऐसे में यदि इस तर्क के पीछे सच्चाई है तो ये फोन दोबारा चालू हो जाएंगे। अगर ऐसा नहीं होता है तो दाल में कुछ काला होने की संभावना पैदा होना स्वाभाविक है।
Published: 29 Mar 2020, 8:30 PM IST
चीन में मीडिया स्वतंत्र नहीं
चीन में मीडिया पर सरकार का नियंत्रण है। यहां सिर्फ उन्हीं खबरों को दिखाई या छापी जाती है जिसकी इजाजत यहां की सरकार देती है। इसलिए भी चीन की आंकड़ों पर सवाल उठ रहे हैं। पहले खबर आई की चीन में शुरुआत में कोरोना वायरस की खबरों को दबाने की पूरी कोशिश की। इतना ही नहीं उसने उन डॉक्टरों को प्रताड़ित किया जिन्होंने सबसे पहले इसकी पहचान की और सरकार को सतर्क करने की कोशिश की। वायरस की उत्पत्ति को लेकर भी सवाल उठे।
Published: 29 Mar 2020, 8:30 PM IST
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: 29 Mar 2020, 8:30 PM IST