कोरोना वायरस संकट से पूरी दुनिया परेशान है। सभीच देश इससे बचाव की उपाय खोजने में लगे हैं। हालांकि अभी तक किसी को सफलता नहीं मिली है। वहीं इस वायरको लेकर चीन और अमेरिका की बीच विवाद भी बढ़ता ही जा रहा है। कोरोना वायरस के लिए अमेरिका चीन को जिम्मेदार ठहराता रहा है। इस बीच, अमेरिकी की संघीय जांच एसेंसी (FBI) और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञओं ने चीन पर बड़ा आरोप लगाया है। उनका मानना है कि चीन के हैकर कोरोना वायरस की वैक्सीन विकसित करने से संबंधित शोध को चुराने की कोशिश कर रहे हैं। अमेरिका के दो अखबरों में इससे संबंधित खबरें भी छपी हैं।
Published: 12 May 2020, 2:01 PM IST
समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, वॉलस्ट्रीट जर्नल और न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर में कहा गया है कि एफबीआई और गृह मंत्रालय चीनी हैकरों के खिलाफ चेतावनी जारी करने की तैयार कर रहा है क्योंकि कोरोना की वैक्सीन विकसित करने की दौड़ में निजी कंपनियों और सरकारें दोनों लगी हूई हैं। यही नहीं, चीन के हैकर कोविड-19 के मरीजों की जांच और इलाज से संबंधित डेटा और बौद्धिक संपत्ति को भी चुराने की कोशिश कर रहे हैं।
Published: 12 May 2020, 2:01 PM IST
खबरों के मुताबिक अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि हैकर चीन की सरकार से जुड़े हुए हैं और इनके इशारे पर ही ये इस काम को अंजाम देने में लगे हुए हैं। उनका कहना है कि जल्द ही इस संबंध में आधिकारिक चेतावनी जारी की जाएगी।
हालांकि चीन ने अमेरिका के इन आरोपों को गलत बताया है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है कि चीन साइबर हमलों के सख्त खिलाफ है। उन्होंने कहा, "हम कोरोना वायरस के इलाज और वैक्सीन रिसर्च में अग्रणी हैं। बिना किसी सबूत के अफवाहों और अपशब्दों के आधार पर चीन को निशाना बनाना अनैतिक है।
Published: 12 May 2020, 2:01 PM IST
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Published: 12 May 2020, 2:01 PM IST