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ताइवान पर बड़े आक्रमण की तैयारी में चीन, सैन्य अभ्यास तेज होने पर ताइपे के विदेश मंत्री ने किया दावा

चीन ने 4 अगस्त से शुरू सैन्य अभ्यास में ताइवान के चारों ओर छह क्षेत्रों को यह दिखाने के लिए चुना है कि वह ताइवान के बंदरगाहों को कैसे काट सकता है, अहम सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला कर सकता है और सहायता के लिए आने वाली विदेशी ताकतों की पहुंच को रोक सकता है।

फोटोः सोशल मीडिया
फोटोः सोशल मीडिया 

ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वू ने मंगलवार को दावा किया कि चीन स्वशासित द्वीप पर भीषण आक्रमण की तैयारी में है और उसी के लिए इसके आसपास बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास कर रहा है। आरटी के अनुसार जोसेफ वू ने कहा, "चीन ने ताइवान पर आक्रमण की तैयारी के लिए अभ्यास और अपनी सैन्य प्लेबुक का इस्तेमाल किया है।"

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राजनयिक ने जोर देकर कहा कि बीजिंग "बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास और मिसाइल प्रक्षेपण के साथ ही साइबर हमले, एक दुष्प्रचार अभियान और ताइवान में सार्वजनिक मनोबल को कमजोर करने के लिए आर्थिक जबरदस्ती" में संलग्न है। उन्होंने कहा कि लगातार और तेज सैन्य अभ्यास चीन के शांति के प्रति गैरजिम्मेदारी को दिखाता है।

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अमेरिकी हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी की द्वीप यात्रा के जवाब में चीन ने 2 अगस्त को ताइवान के आसपास छह समुद्री क्षेत्रों में लाइव-फायर सहित युद्ध अभ्यास शुरू किया था। चीन के सैन्य अभ्यास से पता चलता है कि बीजिंग को इसे नियंत्रित करने के लिए ताइवान पर आक्रमण करने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि चीनी और अमेरिकी विश्लेषकों के अनुसार, यह स्व-शासित द्वीप का गला घोंट सकता है, इसे बाहरी दुनिया से काट सकता है।

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चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के अभ्यास, जो आधिकारिक तौर पर 4 अगस्त को शुरू हुआ, ने छह क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया, जो ताइवान के चारों तरफ है। यह क्षेत्र में नागरिक जहाजों और विमानों तक पहुंच को प्रतिबंधित करता है। पीएलए नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर मेंग जियांगकिंग ने कहा कि छह क्षेत्रों को यह दिखाने के लिए चुना गया कि चीन ताइवान के बंदरगाहों को कैसे काट सकता है, अमहत्वपूर्ण सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला कर सकता है और ताइवान की सहायता के लिए आने वाली विदेशी ताकतों की पहुंच को रोक सकता है।

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