चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने घोषणा की है कि वह अब रोजाना कोविड-19 संक्रमण के आंकड़े प्रकाशित नहीं करेगा, क्योंकि लॉकडाउन के हटने, नागरिकों की व्यापक ट्रैकिंग और अनिवार्य परीक्षण के बावजूद वायरस बड़ी आबादी में फैल गया है। आरएफए की रिपोर्ट के मुताबिक, स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट में कहा, "आज से हम संदर्भ और अनुसंधान के उद्देश्य से चीनी रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र द्वारा जारी किए गए किसी भी डेटा के साथ महामारी पर रोजाना आंकड़े जारी नहीं करेंगे।"
Published: undefined
यह घोषणा तब हुई, जब चीन ने सोमवार को कहा कि 8 जनवरी से वह मार्च 2020 से लागू विदेशी यात्रियों के आगमन पर एक अनिवार्य आइसोलेशन का नियम खत्म कर देगा। आरएफए ने बताया कि मंत्रालय ने 20 दिसंबर को लीक हुए एक मंत्रिस्तरीय दस्तावेज का भी हवाला दिया है। मगर विश्लेषकों ने कहा कि नियंत्रण उपाय हटा लिए जाने के बाद लगभग 25 करोड़ लोग कोविड-19 से संक्रमित हो सकते हैं।
Published: undefined
अधिकारियों ने पहले ही चेतावनी दी थी कि बड़े पैमाने पर टेस्ट नहीं किए जाने से वायरस के वेरिएंट को ट्रैक करना असंभव हो गया है और ऐसे में प्रकोप का बढ़ना स्वाभाविक है। ग्लोबल टाइम्स के पूर्व मुख्य संपादक और सरकार समर्थक टिप्पणीकार हू जिजिन ने कहा कि हाल के दिनों में जारी किए गए आंकड़े 'काफी विकृत' थे और किसी ने उन पर विश्वास नहीं किया।
Published: undefined
रोजाना आंकड़े जारी नहीं करने की घोषणा आसमान छूती मृत्यु दर और अस्पतालों पर भारी दबाव के बीच हुई। ताइजौ शहर के एक अस्पताल ने हाल ही में घोषणा की थी कि उसने हाल के दिनों में बीस लाख आपातकालीन कक्ष का दौरा किया है, जबकि रविवार को एक शंघाई निवासी द्वारा सोशल मीडिया पर अपलोड की गई वीडियो क्लिप में सैकड़ों लोग शहर के बाओक्सिंग फ्यूनरल पार्लर में अपने आत्मीय जनों के शव के अंतिम संस्कार के लिए कतार में खड़े दिखाई दे रहे हैं। कतार गेट के बाहर सड़क तक फैली दिख रही है।
Published: undefined
आरएफए के अनुसार, चीन की राजनीतिक और कानूनी प्रणाली, सत्तारूढ़ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के एक कानून प्रवर्तन अधिकारी ने कहा कि शहर में श्मशान घाटों पर बढ़ रही भारी भीड़ को देखते हुए नगर निगम के नागरिक मामलों के ब्यूरो अधिकारियों ने इस क्षेत्र को अपने नियंत्रण में लिया है। अब किसी को भी अपने मृत रिश्तेदारों के शव को अंत्येष्टि गृहों तक ले जाने की अनुमति नहीं है। उन्हें अंतिम संस्कार गृह के कर्मचारियों द्वारा शव को उठाए जाने की प्रतीक्षा करनी चाहिए।
Published: undefined
अधिकारी ने कहा कि संक्रमण की मौजूदा लहर में शी जिनपिंग की शून्य-कोविड नीति के तहत महीनों तक नुकसान के बाद अर्थव्यवस्था को फिर से चालू करने का सरकारी दबाव है। सरकार 'समूह प्रतिरक्षा' नियम का पालन कर रही है। अधिकारी ने कहा, "वे संक्रमित होने वाले लोगों को स्पष्ट रूप से काम पर जाने के लिए कह रहे हैं, ताकि जितना संभव हो सके उतनी जल्दी से संक्रमण फैले।" आरएफए के मुताबिक, अधिकारी ने कहा, "अब पूरे देश में ऐसे ही हालात हैं।"
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined