अमेरिका की नाक में दम करने वाले खोजी पत्रकार औरविकिलीक्स संस्थापक जूलियन असांज को ब्रिटिश पुलिस ने लंदन स्थित इक्वाडोर दूतावास से गिरफ्तार कर लिया है। असांज पर स्वीडन में रेप का आरोप है। जिस वक्त पुलिस के जवान असांज को जबरदस्ती दूतावास से गिरफ्तार कर लेकर जा रहे थे, उस समय वहां मौजूद कई लोगों ने इसका विरोध भी किया।
जूलियन असांज को गिरफ्तार कर फिलहाल सेंट्रल लंदल पुलिस स्टेशन में रखा गया है। मेट्रोपोलिटन पुलिस ने कहा है कि असांज को हिरासत में ले लिया गया है और उन्हें जल्द वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पेश किया जाएगा। ब्रिटेन पुलिस को जमानत शर्तों के उल्लंघन के आरोप में 47 वर्षीय असांज की तलाश थी। असांज के खिलाफ साल 2010 में स्वीडन ने यौन उत्पीड़न के मामले में इंटरनेशनल अरेस्ट वारंट जारी किया था। हालांकि असांज इन आरोपों से इनकार करते रहे हैं।
यौन उत्पीड़न के इसी मामले में स्वीडन प्रत्यर्पित होने से बचने के लिए असांज पिछले सात साल से इक्वाडोर दूतावास में शरण लिए हुए थे। असांज ने 2012 में ब्रिटेन पुलिस के समक्ष समर्पण किया था, जिसके 10 दिन के अंदर उन्हें बेल मिल गई थी। इसके साथ ही उन्हें इक्वाडोर दूतावास में रहने की इजाजत भी मिल गई थी। असांज को पिछले साल दिसंबर में इक्वाडोर की नागरिकता मिल गई थी। असांज दावा करते हैं कि स्वीडन में लगे आरापों में उसे गिरफ्तार करने के बाद अमेरिका प्रत्यर्पित कर दिया जाएगा।
फिर इंटरनेट के विध्वंसकारी पक्ष पर शोध करने वाली अकादमिक शख्स सुलेट ड्रेफस के साथ असांज ने तीन साल गुजारे. उनके साथ मिलकर एक किताब लिखी- जो उस वक्त बेस्टसैलर में शुमार हुई. ड्रेफस ने एक इंटरव्यू में कहा था- असांज बहुत जानकार रिसर्चर था, जो नैतिकता के सिद्धांत, न्याय के सिद्धांत और सरकार को क्या करना और क्या नहीं करना चाहिए, के विषय में बहुत दिलचस्पी रखता था.
मेलबर्न यूनिवर्सिटी से गणित और फिजिक्स में कोर्स करने के दौरान ही असांज के दिमाग में विकिलीक्स का विचार आया था और फिर 2006 में कुछ समान विचारधारा वाले लोगों के साथ उन्होंने विकिलीक्स की शुरुआत की। इसके बाद नवंबर 2007 में अमेरिका की कुख्यात गुआंतनामो जेल के अमानवीय हालात की पोल खोलती एक आधिकारिक रिपोर्ट से लेकर अफगानिस्तान और इराक युद्ध में अमेरिका की भूमिका से जुड़े हजारों गुप्त दस्तावेजों को लीक कर विकिलीक्स ने पूरी दुनिया में हंगामा खड़ा कर दिया।
जूलियन असांज और विकिलीक्स पर मुसीबतों का दौर साल 2010 के नवंबर में तब शुरू हुआ, जब विकिलीक्स ने अमेरिकी कूटनीतिकों के दुनिया भर के अधिकारियों के साथ गुप्त पत्र व्यवहार और अन्य कई तरह के गोपनीय दस्तावेजों को लीक कर दिया। इन दस्तावेजों के खुलासों से दुनिया के सामने असहज हुए अमेरिका ने विकिलीक्स के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और विकिलीक्स को पूरी तरह से तबाह कर दिया और असांज को गिरफ्तारी से बचने के लिए इक्वाडोर के दूतावास में शरण लेना पड़ा।
बलात्कार और यौन शौषण के आरोपों पर असांज ने कहा था कि आरोप लगाने वाली महिला की के सहमति से उसके साथ उनके संबंध थे। लेकिन भारी दबाव में काम कर रही पुलिस ने कार्रवाई जारी रखी। असांज का साफ कहना था कि एक बार स्वीडन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया तो उन्हें अमेरिका प्रत्यर्पित कर दिया जाएगा औऱ वहां उन पर सरकारी दस्तावेज लीक करने के आरोप में मुकदमा चलेगा।
Published: 11 Apr 2019, 5:33 PM IST
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Published: 11 Apr 2019, 5:33 PM IST