ब्रिटेन ने हांगकांग के साथ अपनी प्रत्यर्पण संधि को निलंबित कर दिया है। उसने यह कदम चीन द्वारा हांगकांग में एक नया सुरक्षा कानून लागू करने के बाद उठाया है। ब्रिटिश सरकार का मानना है कि यह कानून चीनी अधिकारियों को असहमति को दबाने और शहर पर नियंत्रण का एक व्यापक अधिकार देता है।
ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने हाउस ऑफ कॉमन्स को संबोधित करते हुए कहा कि 'सुरक्षा कानून यूके-चीन संयुक्त घोषणा का स्पष्ट और गंभीर उल्लंघन है और इसके साथ चीन द्वारा स्वीकारे गए अंतर्राष्ट्रीय दायित्वों का भी उल्लंघन है।' उन्होंने कहा कि प्रत्यर्पण प्रतिबंध इस 'स्पष्ट और मजबूत गारंटी' के बिना नहीं उठाया जाएगा कि इसका राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत दुरुपयोग नहीं होगा।
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विदेश मंत्री ने कहा, "ब्रिटेन देख रहा है और पूरी दुनिया देख रही है।" इसके साथ ही राब ने 1989 के बाद से चीन को हथियारों की बिक्री पर लगी रोक को बढ़ाते हुए हांगकांग को 'घातक हथियारों' की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की भी घोषणा की।
लंदन स्थित चीनी राजदूत लियू जियामिंग ने ब्रिटेन के इन कदमों पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया में कहा कि ब्रिटेन ने चीन के मामलों में 'स्पष्ट रूप से हस्तक्षेप किया है।' लियू ने कहा, "चीन ने कभी भी ब्रिटेन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं किया है। उसे भी चीन के साथ ऐसा ही करना चाहिए।"
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चीनी दूतावास द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, "चीन का ब्रिटेन से आग्रह है कि वह किसी भी रूप में हांगकांग के मामलों में हस्तक्षेप करना बंद करे जो कि चीन के आंतरिक मामले हैं। अगर यूके ने गलत रास्ते को पकड़े रहने पर जोर दिया तो उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।"
राब ने चीन पर अपनी उइगर आबादी के खिलाफ मानवाधिकारों के घोर हनन का आरोप लगाया है और कहा है कि इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ प्रतिबंधों से इनकार नहीं किया जा सकता है। ब्रिटेन सरकार ने अपनी भागीदारी की मंजूरी देने के छह महीने बाद ही हाल में एक प्रमुख यू-टर्न में यूके के 5जी नेटवर्क से चीनी टेक दिग्गज हुआवेई को बाहर का रास्ता दिखा दिया।
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