बांग्लादेश में 12वें संसदीय चुनाव के लिए रविवार को कई जगह पर भारी हिंसा, गोलीबारी और धांधली के आरोपों के बीच मतदान समाप्त हो गया। मतदान पूरा होते ही वोटों की गिनती शुरू हो गई है। चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार, आम चुनाव के नतीजे सोमवार तक आने की संभावना है। हालांकि, मुख्य विपक्षी बीएनपी द्वारा चुनावों का बहिष्कार किए जाने के कारण हसीना का लगातार चौथी बार प्रधानमंत्री बनना तय है।
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द डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, 299 संसदीय सीटों के लिए 42 हजार मतदान केंद्रों पर स्थानीय समयानुसार सुबह 8 बजे शुरू हुई वोटिंग शाम 4 बजे समाप्त हुई। चुनाव आयोग ने कहा कि वोटों की गिनती शुरू हो गई है। स्थानीय मीडिया ने बताया कि हिंसा, झड़प और धांधली की छिटपुट घटनाओं के कारण कई जगह मतदान प्रभावित हुआ।
अवामी लीग के नेता जिल्लुर रहमान आज सुबह मुंशीगंज में एक मतदान केंद्र के पास मृत पाए गए। रहमान मुंशीगंज-3 से एएल-नामांकित उम्मीदवार मृणाल कांति दास के समर्थक थे। मुंशीगंज एसपी असलम खान ने कहा कि शव बरामद कर लिया गया है लेकिन मतदान केंद्र से हिंसा की कोई खबर नहीं है।
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इससे पहले दिन में, चट्टोग्राम शहर के चंदगांव इलाके में विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के लोगों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। पुलिस ने कहा कि बीएनपी के लोग, जो जलते हुए टायरों के साथ सड़क को अवरुद्ध करके प्रदर्शन कर रहे थे, उन्होंने पुलिसकर्मियों पर पथराव किया, जिन्होंने जवाबी कार्रवाई की।
विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों में आठ उम्मीदवारों ने मतदान में धांधली और अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए मतदान का बहिष्कार किया। ढाका के पास हज़ारीबाग़ में एक मतदान केंद्र के पास अज्ञात लोगों द्वारा दो देशी बम विस्फोट किए जाने से एक बच्चे सहित चार लोग घायल हो गए।
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वहीं, नरसिंगडी-4 (मोनोहार्डी-बेलाबो) में मतपत्र भरने के आरोप में मतदान रद्द कर दिया गया। चुनाव आयोग के मुताबिक, कुल 1,970 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार की मौत के कारण चुनाव बाद में होगा। उम्मीदवारों में 1,534 राजनीतिक दलों के और 436 निर्दलीय हैं।
देश की मुख्य विपक्षी पार्टी बीएनपी ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाकर प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग करते हुए शनिवार से 48 घंटे की राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल का आह्वान किया था। मुख्य विपक्षी बीएनपी द्वारा चुनावों का बहिष्कार किए जाने के कारण हसीना का लगातार चौथी बार प्रधानमंत्री बनना तय है।
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