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दुनिया की 5 बड़ी खबरें: भारत और चीन के बीच इस बात के लिए बनी सहमति और दुबई में प्रवासी भारतीय यौन शोषण के आरोप से मुक्त

भारत और चीन ने एलएसी पर सैनिकों के पीछे हटने के लिए अपनी सेनाओं के वरिष्ठ कमांडरों के बीच एक बैठक आयोजित करने पर सहमति जताई है। दुबई में बसे एक प्रवासी भारतीय को एक महिला सहकर्मी का यौन शोषण करने के आरोप से मुक्त कर दिया गया है।

फोटो: IANS
फोटो: IANS 

चीन में रिजर्व अंतरिक्ष यात्रियों के तीसरे बैच का चयन पूरा


चीनी समानव अंतरिक्षयान योजना के दफ्तर से मिली खबर के अनुसार, हाल में रिजर्व अंतरिक्ष यात्रियों के तीसरे बैच का चयन पूरा हो चुका है। कुल 18 रिजर्व अंतरिक्ष यात्रियों ने सूची में भर्ती की, जिनमें एक महिला अंतरिक्ष यात्री, 7 अंतरिक्ष यान के चालक, 7 अंतरिक्ष उड़ान परियोजना के इंजीनियर और 4 तकनीक विशेषज्ञ शामिल हैं। वे चीनी अंतरिक्ष यात्रियों के नये सदस्य बनेंगे। गौरतलब है कि यह चयन कार्य 2018 के मई माह में शुरू हुआ और करीब 2,500 उम्मीदवारों में से 18 रिजर्व अंतरिक्ष यात्रियों का चयन किया गया। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद वे लोग अंतरिक्ष स्टेशन के संचालन चरण के दौरान विभिन्न अभियानों में भाग लेंगे। चीन में समानव अंतरिक्षयान कार्य के निरंतर विकास के साथ समय पर रिजर्व अंतरिक्ष यात्रियों का चयन किया जाएगा। ताकि चीनी अंतरिक्ष यात्रियों के प्रशिक्षण और भविष्य में अंतरिक्ष स्टेशन के विकास के लिए महत्वपूर्ण आधार तैयार किया जा सके।

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दुबई में प्रवासी भारतीय यौन शोषण के आरोप से मुक्त


दुबई में बसे एक प्रवासी भारतीय को पिछले साल अपने घर पर आयोजित दिवाली की पार्टी के दौरान अपनी एक महिला सहकर्मी का यौन शोषण करने के आरोप से मुक्त कर दिया गया है। गल्फ न्यूज ने गुरुवार को बताया कि दुबई कोर्ट ऑफ फस्र्ट इंस्टेंस ने 32 वर्षीय एक भारतीय महिला द्वारा दर्ज कराए इस मामले की सुनवाई की थी, जिसमें महिला ने 59 वर्षीय इस अभियुक्त के घर पर पार्टी आयोजित करने के काम में मदद की थी, हालांकि मेहमानों के चले जाने के बाद अभियुक्त ने महिला के साथ आपत्तिजनक व्यवहार किया, लेकिन महिला के विरोध किए जाने पर उसे घर से जाने की अनुमित दे दी गई, जिसके बाद उसने बुर दुबई पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।

पीड़ित ने दावा किया था कि घटना के दौरान अभियुक्त शराब के नशे में था।

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भारत और चीन एलएसी पर सैनिकों के पीछे हटने के लिए जल्द बैठक करने पर सहमत


भारत और चीन ने बुधवार को वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सैनिकों के पीछे हटने के लिए अपनी सेनाओं के वरिष्ठ कमांडरों के बीच एक बैठक आयोजित करने पर सहमति जताई है। दोनों देशों की सेनाएं एलएसी के पास इस साल जून महीने से आमने-सामने हैं। नई दिल्ली और बीजिंग ने बुधवार को भारत-चीन सीमा मामलों पर परामर्श और समन्वय के लिए कार्य तंत्र (डब्ल्यूएमसीसी) की अपनी 19वीं बैठक की।

दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए हैं कि वरिष्ठ कमांडरों की सातवें दौर की बैठक जल्द होनी चाहिए, ताकि दोनों पक्ष मौजूदा द्विपक्षीय समझौतों के अनुसार एलएसी के पास अपने सैनिकों को प्रारंभिक और पूर्ण रूप से हटाने की दिशा में काम कर सकें और प्रोटोकॉल के पालन के साथ पूरी तरह से शांति बहाल हो सके।

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वैश्विक महिला कार्य में चीन के योगदान का मूल्यांकन


पहली अक्तूबर को 75वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान सन 1995 में पेइचिंग में आयोजित विश्व महिला सम्मेलन में 'पेइचिंग घोषणा-पत्र' और 'कार्य योजना' पारित होने की 25वीं वर्षगांठ की स्मृति के लिए उच्च स्तरीय सम्मेलन आयोजित किया गया। संयुक्त राष्ट्र महिला कार्यालय (यूएन वुमन) ने माना कि पेइचिंग विश्व महिला सम्मेलन द्वारा पारित घोषणा-पत्र और कार्य योजना लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण के लिए सबसे व्यापक और परिवर्तनकारी नीतिगत ढांचा है। पिछले 25 सालों में चीन ने लैंगिक समानता तथा वैश्विक महिला कार्य के विकास को आगे बढ़ाने के लिए बड़ा योगदान दिया, जिसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय में उच्च प्रशंसा मिली है। इस वर्ष चीन में वर्तमान प्रचलित मापदंड के तहत, ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब आबादी को गरीबी से पूरी तरह बाहर निकालने का सपना साकार होगा। चीन की 70 करोड़ गरीब आबादी में करीब आधा हिस्सा महिलाओं का है। संयुक्त राष्ट्र उप महासचिव, यूएन वुमन की कार्यकारी निदेशक म्लाम्बो नुका ने हाल ही में महिला गरीबी उन्मूलन, महिला के रोजगार, शिक्षा व स्वास्थ्य क्षेत्रों में चीन द्वारा प्राप्त बड़ी कामयाबियों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि चीन सरकार ने महामारी के फैलने के बाद सिलसिलेवार नीति और कदम उठाए, और गरीबी उन्मूलन को लेकर दिए गए वचनों का पालन किया। हम चीन के आभारी हैं और गरीबी उन्मूलन क्षेत्र में चीन की नेतृत्वकारी भूमिका के समर्थक भी हैं।

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वैश्विक पर्यावरण के प्रशासन के लिए योगदान देगा चीन


संयुक्त राष्ट्र संघ के जैव विविधता शिखर सम्मेलन में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 30 सितंबर को वीडियो भाषण दिया और विभिन्न देशों से पारिस्थितिकी सभ्यता और बहुपक्षवाद पर कायम रहते हुए हरित विकास करने और जिम्मेदारी को मजबूत करने का आह्वान किया। उन्होंने जोर दिया कि चीन मानव जाति और प्रकृति के मेल से रहने के आधुनिकीकरण का निर्माण करेगा, मानव साझे भाग्य वाले समुदाय की विचारधारा से जैव विविधता के संरक्षण को मजबूत करेगा और विश्व पर्यावरण प्रशासन के लिए अपना योगदान देगा। अपने भाषण में शी चिनफिंग ने कहा कि जैव विविधता मानव जाति के अस्तित्व और विकास का महत्वपूर्ण आधार है। हमें प्रकृति का सम्मान कर प्रकृति की रक्षा करनी चाहिए और मानव जाति और प्रकृति के सामंजस्य रूप से रहने के रास्ते की खोज करनी चाहिए, आर्थिक व पारिस्थितिकी संरक्षण के मेल से एकीकृत कर एक समृद्ध, स्वच्छ और सुन्दर दुनिया का सहनिर्माण करना चाहिए।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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