प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दो दिवसीय असम दौरा विरोध और प्रदर्शन से भरा रहा। शुक्रवार को राज्य में पहुंचने के साथ ही जहां पीएम मोदी का काले झंडों के साथ स्वागत हुआ, वहीं शनिवार के दिन में फिर से काले कपड़े दिखाकर लोगों ने उनका विरोध किया। विरोध-प्रदर्शनों के सिलसिला यहीं नहीं रुका और शनिवार को ही चांगसारी में पीएम मोदी की जनसभा से ठीक पहले दिसपुर में राज्य सचिवालय के सामने एक समूह ने अपने कपड़े उतारकर मार्च निकाला और नागरिकता विधेयक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
यह घटना उस समय हुई जब प्रधानमंत्री चांगसारी में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की आधारशिला रखने सहित कई विकास परियोजनाओं के उद्धघाटन के लिए पहुंचने वाले थे। घटना वहां से 50 किमी की दूरी पर दीसपुर में राज्य सचिवालय के सामने हुई, जहां 6 लोगों के एक समूह ने अपने कपड़े उतारकर नागरिकता विधेयक के खिलाफ नग्न प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की।
असम पुलिस के अनुसार शनिवार को 6 लोग गुवाहाटी-शिलॉन्ग सड़क पर नग्न होकर मार्च निकाल रहे थे, जिन्हें सचिवालय के समीप पुलिसकर्मियों ने देख लिया और उन्हें हिरासत में ले लिया। आंदोलनकारियों की पहचान कृषक मुक्ति संग्राम समिति (केएमएसएस) के सदस्यों के रूप में हुई है। यह संगठन नागरिकता (संशोधन) विधेयक 2016 का विरोध कर रहा है। इससे पहले भी एक फरवरी को तीन लोग दिसपुर के उच्च सुरक्षा वाले जनता भवन के सामने विधेयक के विरोध में नग्न खड़े हो गए थे।
गौरतलब है कि नागरिकता (संशोधन) विधेयक के खिलाफ असम के लोगों में भारी नाराजगी है और यही वजह है कि पीएम मोदी का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। इससे पहले शनिवार को पीएम मोदी को दो जगहों पर विरोध में काले झंडे दिखाए गए। उससे पहले शुक्रवार को गुवाहाटी हवाई अड्डे से राजभवन जाने के दौरान ऑल असम स्टूडेंट यूनियन (आसू) के कार्यकर्ताओं ने पीएम मोदी को काले झंडे दिखाए और नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान ‘मोदी वापस जाओ’के नारे भी लगाए गए।
(आईएएनएस के इनपुट के साथ)
Published: 09 Feb 2019, 10:28 PM IST
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Published: 09 Feb 2019, 10:28 PM IST