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चीन को पीएम मोदी की क्लीन चिट की कीमत चुका रहा देश, अरुणाचल को लेकर ड्रैगन के दावों पर कांग्रेस

कांग्रेस ने कहा कि 'आखिर चीन इतना दुस्साहस कैसे कर पा रहा है? जवाब आप जानते हैं- जब पीएम मोदी खुद चीन को क्लीन चिट देंगे, कहेंगे कि कोई घुसा नहीं है... तो मन तो बढ़ेगा ही।'

फोटो: IANS
फोटो: IANS 

चीन भारत के खिलाफ अपने नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। भारत और चीन के बीच सीमा पर सब कुछ सही होने के दावे के बीच ड्रैगन ने अरुणाचल प्रदेश में बड़ी हिमाकत की है। उसने अरुणाचल प्रदेश की 11 जगहों पर अपना दावा ठोंका है। इतना ही नहीं चीन ने 11 जगहों के नाम भी बदल दिए हैं। चीन के इस दुस्साहस पर कांग्रेस ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है । कांग्रेस ने कहा कि, 'चीन ने एक बार फिर अरुणाचल में हमारे इलाकों के नाम बदलने की हिमाकत की है। सवाल है- आखिर चीन इतना दुस्साहस कैसे कर पा रहा है? जवाब आप जानते हैं- जब पीएम मोदी खुद चीन को क्लीन चिट देंगे, कहेंगे कि कोई घुसा नहीं है... तो मन तो बढ़ेगा ही।'

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वहीं पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने एक बयान जारी कर पीएम मोदी पर हमला बोला है। कांग्रेस ने मंगलवार को ट्विटर पर उनका बयान शेयर किया, जिसमें उन्होंने कहा कि ये जून 2020 में पीएम मोदी द्वारा चीन को दी गई क्लीन चिट की कीमत है। लगभग तीन साल बाद चीनी सेना हमारे गश्ती दल को डेपसांग मैदानों तक जाने से रोक रही है, जहां तक हमारी पहले पहुंच थी और अब चीन अरुणाचल प्रदेश में हमारी स्थिति को कमजोर करने का प्रयास कर रहा है।

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उन्होंने कहा कि एक शीर्ष चीनी राजनयिक ने हाल ही में दावा किया था कि भारत-चीन सीमा की स्थिति अब स्थिर है। लेकिन चीन के उकसावे और अतिक्रमण जारी हैं। इसने अब अरुणाचल प्रदेश में स्थानों के लिए चीनी नामों का तीसरा सेट जारी किया है, ऐसा पहले 2017 और 2021 में किया था।

जयराम ने कहा, अरुणाचल प्रदेश हमेशा भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा रहा है और रहेगा। अरुणाचल प्रदेश के लोग भारत के गौरवशाली और देशभक्त नागरिक हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए भारत और सभी भारतीयों के सामूहिक संकल्प पर कोई संदेह नहीं होना चाहिए।

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कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी पीएम मोदी पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर बताया कि चीन के कब-कब और कितनी जगहों के नाम बदले हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि, "चीन ने तीसरी बार अरुणाचल में हमारे इलाक़ों के “नाम बदलने” का दुस्साहस किया है।

21 अप्रैल 2017 — 6 जगह

30 दिसंबर 2021 — 15 जगह

3 अप्रैल 2023 — 11 जगह

अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है और रहेगा। गलवान के बाद, मोदी जी द्वारा चीन को क्लीन चिट देने का नतीजा, देश भुगत रहा है।"

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बता दें कि भारतीय राज्य पर अपने दावे पर फिर से जोर देने के अपने प्रयासों के तहत, चीन ने सोमवार को अरुणाचल प्रदेश में उन 11 स्थानों की सूची जारी की जिनके नाम उसने बदल दिए हैं। हालांकि भारत सरकार ने सरकार ने इस दावे को खारिज करते हुए अरुणाचल को भारत का अभिन्न अंग बताया है। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, 'हमने ऐसी खबरें देखी हैं। यह पहली बार नहीं है जब चीन ने इस तरह का प्रयास किया है। हम इसे सिरे से खारिज करते हैं। अरुणाचल भारत का अटूट भाग। नाम बदलने का प्रयास इस वास्तविकता को नहीं बदलेगा।”

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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