छात्रों ने आज शाम लंका पर बड़े विरोध प्रदर्शन की तैयारी की है, जिसके मददेनजर पुलिस और प्रशासन चौकस है। इस दौरान पूरे शहर में जबरदस्त चौकसी है और बाहर से आने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं और राजनीतिक दलों के नेताओं पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
वाराणसी पुलिस ने सामाजिक कार्यकर्ता और लेखक तीस्ता सीतलवाड को वाराणसी पहुंचने पर हिरासत में लिया। तीस्ता वहां एक युवा प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिस्सा लेने गयी थीं, लेकिन पुलिस को लगता है कि वे छात्रों के आंदोलन में हिस्सा लेने आयी हैं और उन्हें हवाई अड्डे पर उतरते ही हिरासत में लेकर पुलिस लाइन ले जाया गया। उनके बताने के बावजूद पुलिस ने उन्हें कहीं भी आने जाने से रोक दिया।
Published: 25 Sep 2017, 2:38 PM IST
तीस्ता ने नवजीवन से बातचीत में बताया, “मैं बनारस में अपने पूर्वनिर्धारित कार्यक्रम के लिए आईं हूं। मुझे राजघाट पर यूथ ट्रेनिंग करनी थी और यह कार्यक्रम दो महीने पहले से तय था। मेरे आने का कोई रिश्ता बीएचयू के आंदोलन से नहीं है। लेकिन यहां पुलिस वाले चाहते हैं कि मैं लिखकर दूं कि मैं बीएचयू नहीं जाऊंगी। ऐसा मैं क्यों करूं, इससे मैंने इनकार कर दिया और तब से इन लोगों ने मुझे पुलिस लाइंस में ही बंदी बना लिया है।
Published: 25 Sep 2017, 2:38 PM IST
तीस्ता के मुताबिक पुलिस ने उनके साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया। उन्हें बताया गया कि ऊपर से आदेश हैं।
वाराणसी में प्रशासन का सारा जोर इसपर है कि कोई भी बीएचयू की छात्राओं के समर्थन में न खड़ा हो। आज शाम को बनारस में लंका पर बड़ा विरोध प्रदर्शन होने जा रहा है। बीएचयू में तो 2 अक्टूबर तक छुट्टी का ऐलान किया जा चुका है और बाकी के डिग्री कालेजों को भी 2 अक्टूबर तक बंद कर दिया गया है। कल शाम कांग्रेस के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर को भी हिरासत में लिया गया था और उन्हें बीएचयू जाने से रोक दिया गया था।
Published: 25 Sep 2017, 2:38 PM IST
इस बीच ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक वीमेन एसोसिएशन के कार्यकर्ताओं को भी पुलिस ने बीएचयू के सिंह द्वार पर प्रदर्शन करने से रोक दिया। उनकी पुलिस से नोंकझोंक भी हुई। उधर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी बीएचयू गेट पर प्रदर्शन की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन सभी को हिरासत में लेकर वहां से हटा दिया।
Published: 25 Sep 2017, 2:38 PM IST
बीएचयू की घटना के खिलाफ आज देश के कई हिस्सों में छात्र और सामाजिक संगठन विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली, पंजाब. गुजरात, हैदराबाद, पुणे, भोपाल, राजस्थान और कोलकाता आदि में छात्रों का प्रदर्शन जारी है।
Published: 25 Sep 2017, 2:38 PM IST
इस बीच उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने बीएचयू में हुई हिंसा की जांत के लिए चार सदस्यों की एक कमेटी बनाने का ऐलान किया है। इस कमेटी का अध्यक्ष उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव को बनाया गया है। खबरें यह भी आ रही हैं कि इस बीच चार पुलिसवालों को लाइन हाजिर कर दिया गया है, इनमें लंका के थानेदार भी शामिल हैं।
Published: 25 Sep 2017, 2:38 PM IST
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Published: 25 Sep 2017, 2:38 PM IST