सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग के लिए विपक्ष लामबंद हो रहा है और सूत्रों का कहना है कि इस बारे में सभी विपक्षी दलों की शुक्रवार को दिल्ली में बैठक भी हो रही है। इन्हीं खबरों के बीच सुप्रीम कोर्ट ने अटॉर्नी जनरल के के वेणुगोपाल से पूछा है कि क्या संभावित महाभियोग के बारे में आ रही खबरों पर पाबंदी लगा देनी चाहिए। जस्टिस ए के सीकरी की अगुवाई वाली बेंच ने इस बारे में सुनवाई करते हुए फिलहाल इस बारे में मीडिया कवरेज पर पाबंदी लगाने से इनकार कर दिया है। लेकिन, कोर्ट ने कहा कि वह इस मुद्दे पर अटॉर्नी जनरल की राय लेगा।
Published: 20 Apr 2018, 12:44 PM IST
गौरतलब है कि विपक्षी दलों द्वारा चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव संसद में लाए जाने की चर्चा कई दिनों से है। यह महाभियोग चीफ जस्टिस पर सुप्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठ जजों के आरोपों के संदर्भ में लाने की बात हो रही है।
Published: 20 Apr 2018, 12:44 PM IST
इन खबरों के बीच ही परसूट ऑफ जस्टिस नाम के एक एनजीओ ने अर्जी दायर कर इस बारे में मीडिया खबरों पर पाबंदी की मांग की थी। एनजीओ की तरफ से पैरवी कर रहीं वकील मीनाक्षी अरोड़ा का कहना था कि विधि आयोग इस बारे में पहले ही ऐसी खबरों को लेकर मीडिया पर पाबंदी का सुझाव दे चुका है। उनका कहना है कि संविधान में भी मीडिया पर पाबंदी की व्यवस्था है, क्योंकि ऐसी खबरों से जज को अपनी न्यायिक जिम्मेदारियां निभाने में दिक्कत आ सकती है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर राजनीतिज्ञ लगातार बोल रहे हैं और मीडिया इस सबको को रिपोर्ट कर रहा है।
राजनेताओं द्वारा इस बारे में बयान दिए जाने को जस्टिस सीकरी ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि जो भी हो रहा है उससे हम सभी परेशान हैं। नेताओं को भी कानून का पालन करना चाहिए। इस मामले में अब अगली सुनवाई 7 मई को होगी।
Published: 20 Apr 2018, 12:44 PM IST
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Published: 20 Apr 2018, 12:44 PM IST