दिल्ली में कर्तव्य पथ पर आई विभिन्न झांकियों में से अधिकांश राज्यों की झांकी में धार्मिक स्थलों को जगह दी गई। इन झांकियों में अयोध्या के दीपोत्सव से लेकर भगवान श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप तक देखने को मिले। इस साल गणतंत्र दिवस के मौके पर 23 झांकियां पेश की गईं। इसमें से 17 झांकियां देश के अलग-अलग राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की थीं। इसके साथ ही 6 झांकियां सरकारी मंत्रालयों और विभागों से जुड़ी हुई थीं। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, इस साल पश्चिम बंगाल, असम, अरुणाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, त्रिपुरा और जम्मू-कश्मीर समेत 17 राज्यों की झांकियां प्रदर्शित की गई। इस साल परेड के दौरान हिमाचल प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, राजस्थान और दिल्ली की झांकी नहीं निकाली गई थी।
Published: undefined
झारखंड की ओर से देवघर स्थित प्रसिद्ध बैद्यनाथ मंदिर की झांकी निकाली गई। झारखंड की झांकी में सबसे आगे भगवान बिरसा मुंडा को दर्शाया गया। जिनके साथ लोक कलाकार साथ-साथ चलते नजर आए। लोक कलाकार वाद्य यंत्र के साथ नजर आए। उसके बाद बैद्यनाथ मंदिर की झांकी निकली।
Published: undefined
इस बार दिल्ली के कर्तव्य पथ पर आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में जम्मू-कश्मीर की झांकी भी दिखाई गई। केंद्र शासित प्रदेश की झांकी की थीम इस बार नया जम्मू कश्मीर रखी गई थी। इसमें लोगों को श्री अमरनाथ बाबा बफार्नी की पवित्र गुफा के भी दर्शन करने का मौका मिला।
Published: undefined
वहीं पश्चिम बंगाल की झांकी में देवी दुर्गा की पवित्र छवि दिखाई गई। पश्चिम बंगाल की झांकी में कोलकाता की दुर्गा पूजा को दर्शाया गया और यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची में इसके शामिल होने का जश्न मनाया गया।
Published: undefined
जबकि असम की झांकी में अहोम जनरल लचित बोरफुकन और प्रसिद्ध कामाख्या मंदिर को दिखाया गया।
Published: undefined
कर्तव्य पथ पर निकलने वाली इन झांकियों में देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की झांकी भी देखने को मिली। इस बार झांकी की थीम अयोध्या का भव्य दीपोत्सव था। पिछले तीन साल में यह दूसरा मौका है जब यूपी की थीम रामनगरी अयोध्या पर आधारित रही।
Published: undefined
उत्तराखंड की झांकी में अल्मोड़ा के निकट स्थित जागेश्वर धाम के मंदिर गढ़वाल कुमाऊं व मानसखंड को दिखाया गया। झांकी में दुनियाभर में मशहूर कॉर्बेट नेशनल पार्क में घूमते हुए बारहसिंघा और विभिन्न पक्षियों को दिखाया गया।
Published: undefined
हरियाणा की झांकी अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के थीम पर आधारित थी। इसमें चार अश्वों द्वारा खींचे जाने वाले रथ का एक विशाल मॉडल इसका मुख्य आकर्षण रहा। झांकी में भगवान कृष्ण को कुरुक्षेत्र के युद्ध के मैदान में अर्जुन के सारथी के रूप में और उन्हें उपदेश देते हुए दिखाया गया झांकी के सामने के हिस्से में भगवान कृष्ण को उनके 'विराट स्वरूप' रूप में दिखाया गया।
Published: undefined
आंध्र प्रदेश की झांकी में गणतंत्र दिवस परेड में मकर संक्रांति के दौरान किसानों के त्योहार 'प्रभला तीर्थम' को दर्शाया गया।
Published: undefined
महाराष्ट्र की झांकी की थीम थी 'संतों और देवताओं की भूमि महाराष्ट्र'। महाराष्ट्र की संस्कृति की झलक झांकी में देखने को मिली। झांकी में साढ़े तीन शक्तिपीठ को दिखाया गया।
Published: undefined
तमिलनाडु की झांकी के जरिए संगम युग से लेकर वर्तमान तक महिला सशक्तिकरण और संस्कृति को दिखाया गया। इसमें तमिलनाडु का तंजावुर मंदिर और मनोहारी नृत्य भी दिखाया गया।
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined