देश

राहुल ने पूर्णिया में किसानों से की बात, कहा- अरबपतियों के लाखों करोड़ रुपए माफ हो सकते हैं, तो किसानों का क्यों नहीं?

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पूर्णिया के सिकंदरपुर पंचायत स्थित शीशाबाड़ी में किसानों के साथ चौपाल की। इस मौके पर किसानों ने अपनी समस्या रखी।

राहुल गांधी ने पूर्णिया के सिकंदरपुर पंचायत स्थित शीशाबाड़ी में किसानों के साथ चौपाल की।
राहुल गांधी ने पूर्णिया के सिकंदरपुर पंचायत स्थित शीशाबाड़ी में किसानों के साथ चौपाल की। फोटो: @INCIndia

कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों अपनी 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के क्रम में बिहार में हैं। मंगलवार को उन्होंने किसानों की समस्याओं पर उनसे बात की। इस दौरान राहुल गांधी सिर पर गमछा बांधे नजर आए। वे सड़क किनारे एक ढाबे पर रुके और कुछ लोगों के साथ चाय की चुस्की भी ली।

Published: undefined

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पूर्णिया के सिकंदरपुर पंचायत स्थित शीशाबाड़ी में किसानों के साथ चौपाल की। इस मौके पर किसानों ने अपनी समस्या रखी। राहुल गांधी ने किसानों के भूमि अधिग्रहण मामले पर कहा कि वे लोकसभा में इस मुद्दे को उठाएंगे और जब उनकी सरकार बनेगी तो किसानों के हित में काम किए जाएंगे।

Published: undefined

किसानों से संवाद के दौरान राहुल गांधी ने साफ किया कि वे यहां खोखली बातें नहीं कर रहे हैं। हमने किसानों का 72,000 करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया था। हम भूमि अधिग्रहण बिल लेकर आए थे। जब छत्तीसगढ़ और राजस्थान में हमारी सरकार थी तो हमने उपज की सही कीमत दी थी।

इस दौरान राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, "आज किसानों को चारों तरफ से घेरा जा रहा है। एक तरफ किसानों से उनकी जमीनें छीनकर अडानी जैसे बड़े उद्योगपतियों को दी जा रही हैं। दूसरी तरफ खाद, बीज जैसी चीजों के लिए किसानों से पैसा छीना जा रहा है। हमारे किसान देश की रीढ़ हैं। अगर देश में अरबपतियों के लाखों करोड़ रुपए माफ हो सकते हैं, तो किसानों का कर्ज माफ क्यों नहीं किया जा सकता?"

Published: undefined

उन्होंने कहा कि किसानों के हित के लिए काफी काम किए हैं। आने वाले समय में भी हम किसानों के हित में काम करेंगे।

इस मौके पर सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था की गई थी। वहीं, राहुल गांधी ने गांधी जी की पुण्यतिथि पर किसानों के साथ मौन भी रखा। राहुल गांधी के सामने अपनी बात रखने वाले किसानों ने कहा कि वे ऋण के बोझ तले डूबे हैं, लेकिन, सरकार उनकी सुध नहीं लेती। इस क्रम में कस्बा और पूर्णिया के बीच एनएच के किनारे एक ढाबे में रुके और चाय की चुस्की भी ली।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

Published: undefined

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia

Published: undefined