देश

'ग्रेट निकोबार में प्रस्तावित परियोजना आदिवासियों के लिए गंभीर खतरा', जयराम रमेश बोले- सभी मंजूरी तत्काल निलंबित हो

जयराम रमेश ने एक बयान में कहा, “ग्रेट निकोबार द्वीप में केंद्र सरकार की प्रस्तावित 72,000 करोड़ रुपये की ‘बड़ी अवसंरचना परियोजना’ ग्रेट निकोबार द्वीप के आदिवासी समुदायों और प्राकृतिक पारिस्थितिकी तंत्र के लिए गंभीर खतरा है।

कांग्रेस नेता जयराम रमेश
कांग्रेस नेता जयराम रमेश 

नीति आयोग के निर्देश पर ग्रेट निकोबार में प्रस्तावित “बड़ी अवसंरचना परियोजना” की सोमवार को कांग्रेस ने गहन समीक्षा की मांग की और दावा किया कि इससे द्वीप के जनजातीय समुदायों के लिए गंभीर खतरा पैदा हो गया है।

Published: undefined

प्रस्तावित परियोजना पर चिंता जताते हुए कांग्रेस महासचिव और पूर्व केंद्रीय पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश ने कहा कि 72,000 करोड़ रुपये की इस परियोजना को दी गई सभी मंजूरी तत्काल निलंबित की जानी चाहिए और संबंधित संसदीय समितियों समेत इसकी निष्पक्ष समीक्षा की जानी चाहिए।

रमेश ने एक बयान में कहा, “ग्रेट निकोबार द्वीप में केंद्र सरकार की प्रस्तावित 72,000 करोड़ रुपये की ‘बड़ी अवसंरचना परियोजना’ ग्रेट निकोबार द्वीप के आदिवासी समुदायों और प्राकृतिक पारिस्थितिकी तंत्र के लिए गंभीर खतरा है।

Published: undefined

नीति आयोग के कहने पर मार्च 2021 में शुरू की गई इस परियोजना में कई खतरे दिख रहे हैं।” उन्होंने यह बयान ‘एक्स’ पर भी पोस्ट किया।

Published: undefined

उन्होंने कहा, “कांग्रेस सभी मंजूरियों को तत्काल स्थगित करने तथा प्रस्तावित परियोजना की संबंधित संसदीय समितियों सहित पूरी निष्पक्ष समीक्षा की मांग करती है।”

उन्होंने दावा किया कि पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने 13,075 हेक्टेयर वन भूमि को अन्यत्र स्थानांतरित करने के लिए “सैद्धांतिक” मंजूरी दे दी है।

पीटीआई के इनपुट के साथ

Published: undefined

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia

Published: undefined