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यूपी: मास्क-सेनेटाइजर मांगने पर मिली हाथ-पैर तोड़ने की धमकी, मेडिकल स्टाफ का आरोप, प्रियंका ने शेयर किया वीडियो

छात्रा का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन ने उन लोगों से कहा कि ‘यहां से चले जाओ नहीं तो हाथ पैर तुड़वा दूंगा। योगी जी का आदेश आया है आप लोगों को निकालने का’।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया 

कोरोनावायरस के इलाज के सुरक्षा किट को लेकर कई जगहों पर डॉक्टर, नर्स और मेडिकल स्टाफ की मांग के बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने एक वीडियो शेयर किया है। प्रियंका गांधी ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए योगी सरकार को आड़े हाथों लिया है। इस वीडियो में बांदा जिले के राज्यकीय मेडिकल कॉलेज की स्टाफ सुविधा और सैलरी को लेकर योगी सरकार पर सवाल खड़े किए हैं।

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प्रियंका गांधी ने ट्वीट करके लिखा, 'इस समय हमारे मेडिकल स्टाफ को सबसे ज्यादा सहयोग करने की जरूरत है। वे जीवनदाता हैं और योद्धा की तरह मैदान में हैं। बांदा में नर्सों और मेडिकल स्टाफ को उनकी निजी सुरक्षा के उपकरण न देकर और उनके वेतन काट करके बहुत बड़ा अन्याय किया जा रहा है।' प्रियंका ने आगे लिखा कि मैं यूपी सरकार से अपील करती हूं कि ये समय इन योद्धाओं के साथ अन्याय करने का नहीं है, बल्कि उनकी बात सुनने का है।

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आपको बता दें, प्रियंका गांधी ने जो वीडियो शेयर किया है वो उत्तर प्रदेश के बांदा राजकीय मेडिकल कॉलेज में आउटसोर्सिंग पर तैनात मेडिकल स्टाफ के काम पर तैनात छात्रा का है। छात्रा कोरोना वायरस के इलाज के लिए बने आइसोलेशन सेंटर में तैनात है। उसका कहना है कि अस्पताल प्रशासन ने सेनेटाइजर और मॉस्क की मांग करने पर उनको टर्मिनेट कर दिया है। इतना ही नहीं छात्रा का आरोप है कि उनकी सैलरी भी बिना बताए काट दी गई है।

छात्रा ने अस्पताल प्रशासन द्वारा मारने की भी धमकी का आरोप लगाया है। छात्रा ने कहा है कि उन्होंने कहा 'यहां से चले जाओ नहीं तो हाथ पैर तुड़वा दूंगा। योगी जी का आदेश आया है आप लोगों को निकालने है'। आपको बता दें, सुरक्षा किट को लेकर कई जगहों पर डॉक्टर, नर्स और मेडिकल स्टाफ मांग कर रहे हैं। हर ओर इनकी कमी की बातें सामने आ रही हैं। डॉक्टरों का कहना है कि जो मास्क दिए जा रहे हैं कि उनसे साधारण वायरस भी रोका नहीं जा सकता है।

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बता दें, उत्तर प्रदेश में बांदा के राजकीय मेडिकल कॉलेज में आउटसोर्सिग के जरिए रखे गए 26 स्वास्थ्यकर्मियों को शुक्रवार को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया है। ये सभी कर्मचारी कोरोना वायरस संक्रमितों के इलाज में लगाए जाने पर कोरोना सुरक्षा किट की मांग को लेकर पिछले दो दिनों से हड़ताल पर थे। उत्तर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा निदेशक अज्ञात गुप्ता ने राजकीय मेडिकल कॉलेज बांदा के प्राचार्य के नाम शुक्रवार को लिखे पत्र में बर्खास्त किए गए 26 आउटसोर्सिग स्वास्थ्यकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा है, "आप लोगों द्वारा देश में मौजूद विषम हालात के बावजूद मनमाने तरीके से हड़ताल की जा रही है, जबकि वर्तमान समय में प्रदेश में एस्मा कानून लागू है। आपके इस कृत्य से राजकीय मेडिकल कॉलेज बांदा की स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। अत: अनुबंध के आधार पर सभी की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त की जाती हैं।"

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गौरतलब है कि कांग्रेस समेत कई स्वास्थ्य विशेषज्ञ लगातार कोरोना पीड़ितों का इलाज कर रहे डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा का मुद्दा उठाते हुए उन्हें सुरक्षा किट उपलब्ध कराने की मांग कर रहे हैं। शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 5 अप्रैल की रात देशवासियों से दीया जलाने की अपील पर प्रतिक्रिया देते हुए भी कांग्रेस ने कोरोना के खिलाफ लड़ रहे चिकित्सकर्मियों के लिए निजी सुरक्षा उपकरणों (पीपीई) की उपलब्धता का मुद्दा उठाया। कांग्रेस ने पूछा कि “यह बताइए कि जिन चिकित्सकर्मियों के लिए आपने ताली और थाली बजवाई थी उन्हें निजी सुरक्षा उपकरण क्यों नहीं मिल रहे हैं? इसकी जिम्मेदारी किसकी है?''

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