उत्तर प्रदेश सरकार ने #बेटीपिटवाओ का फार्मूला अपनाते हुए शनिवार देर रात छेड़छाड़ का विरोध कर रही छात्राओं पर जबरदस्त लाठीचार्ज किया और हवाई फायरिंग की। इसमें तमाम छात्र-छात्राएं घायल हुए हैं। हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। विश्वविद्यालय परिसर में वाराणसी के दस थानो की पुलिस तैनात कर दी गयी है और विश्विविद्यालय को 2 अक्टूबर तक बंद कर दिया गया है। इस भगदड़ और लाठीचार्ज के दौरान कुछ तत्वों ने कुछ वाहनों में आग भी लगा दी। इस बीच पुलिस छात्राओं के हॉस्टल में भी घुसी और उन पर लाठीचार्ज किया।
Published: 24 Sep 2017, 9:28 AM IST
इससे पहले पुलिस ने छात्र-छात्राओं को दौड़ा-दौड़कर पीटा
Published: 24 Sep 2017, 9:28 AM IST
छेड़खानी को लेकर दो दिनों से धरना दे रहे छात्र शनिवार रात कुलपति से मिलने कैंपस में उनके आवास पहुंचे थे लेकिन वहां मौजूद सुरक्षा गार्डों ने स्टूडेंट्स पर लाठियां चला दीं। घायल छात्रों को बीएचयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया।
देखते ही देखते शहर के 10 थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई और छात्रों पर लाठीचार्ज शुरू कर दिया। इस वबाल में कुछ वाहनों को आग भी लगा दी गयी। आला अधिकारी मौके पर हैं। अफसरों का कहना है कि मामले की जांच की जाएगी और घटना के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होगी।
Published: 24 Sep 2017, 9:28 AM IST
बता दें कि बीएचयू की महिला छात्र शुक्रवार सुबह से ही बीएचयू के मुख्य द्वार पर विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। उनका आरोप है कि छेड़खानी की शिकायत पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। दरअसल, गुरुवार की रात बीएचयू कैंपस में भारत कला भवन के पास ऑर्ट्स फैकेल्टी की एक छात्रा के साथ तीन लड़कों ने छेड़खानी की थी। शोर मचाने पर भी 20 मीटर दूर खड़े सुरक्षा गार्ड्स ने कोई मदद नहीं की थी। पीड़ित ने हॉस्टल में आकर वार्डेन से शिकायत की। इसके साथ ही उसने चीफ प्रॉक्टर को भी सूचना दी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गयी।
लड़कियों का आरोप है कि शिकायत करने पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा, "पीएम का दौरा है। अभी आप लोग शांत रहिए।" उधर विरोध कर रही छात्रा आकांक्षा सिंह ने विरोध के दौरान सिर के बाल मुंडवा लिए। उसका कहना है कि छेड़खानी होती रहे और हर वक्त हम खामोश रहें, ऐसा नहीं हो सकता है। बता दें कि मोदी को बीएचयू मेन गेट के रास्ते ही दुर्गाकुंड जाना था।
Published: 24 Sep 2017, 9:28 AM IST
विरोध कर रही छात्राओं में शामिल रश्मि का कहना है कि, "हॉस्टल की खिड़कियों पर लड़के पत्थर में लेटर लिखकर फेंकते है। खिड़कियों पर खड़ा होने पर लड़कियों को अश्लील इशारे करते हैं। विरोध करने पर कहते है, कैंपस में दौड़ाकर कपड़े फाड़ देंगे। वहीं एक अन्य छात्रा का कहना है कि, "कैंपस में ही लड़के फिजिकली एब्यूज कर रहे हैं। कपडे फाड़ने की धमकी तक दी जाती है। इस घटना के बाद हम सभी को खामोश रहने की चेतावनी दी गई है। सर्कुलर जारी किया गया है कि शाम 6 बजे के बाद सुबह अंधेरा रहने तक लड़कियां ना निकलें। ये कैसी आजादी है?"
Published: 24 Sep 2017, 9:28 AM IST
इस वबाव के बाद चीफ प्रॉक्टर ओएन सिंह ने कहा, "लड़कियों को बात करके समझाने की कोशिश हो रही है। सभी दोषी लड़कों पर कार्रवाई की जाएगी। इस बीच सोशल मीडिया पर इस लाठीचार्ज और फायरिंग का कड़ा विरोध होना शुरु हो गया है।
Published: 24 Sep 2017, 9:28 AM IST
Published: 24 Sep 2017, 9:28 AM IST
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Published: 24 Sep 2017, 9:28 AM IST