कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। ऐसे में मंगलवार को वसंत पंचमी के मौके पर गाजीपुर बॉर्डर पर होली के त्योहार को देखते हुए 5 लकड़ी और उपले रखे गए हैं जिससे होलिका दहन किया जाएगा। बॉर्डर पर मंगलवार सुबह हवन किया गया ताकि पर्यावरण में शुद्धि हो, वहीं अब से ठीक सवा महीने बाद होली का त्यौहार देशभर में मनाया जाएगा। ऐसे में बॉर्डर पर बैठे किसान भी होली मनाने की तैयारी कर रहे हैं।
Published: undefined
बॉर्डर पर मौजूद देवी सिंह शामली जिले से आए हैं। उन्होंने बताया, सुबह हम सभी किसानों ने हवन किया ताकि पर्यावरण में शुद्धि हो। वहीं हमने बॉर्डर पर होली का त्योहार मनाने के लिए 5 लकड़ी के टुकड़े रखे हैं और पूजा पाठ कराई है।
Published: undefined
हालांकि होली वसंत ऋतु में मनाया जाता है। और यह त्योहार हिन्दू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। फाल्गुन माह में मनाए जाने के कारण इसे फाल्गुनी भी कहते हैं। यह त्यौहार वसंत पंचमी से ही शुरू हो जाता है। वसंत ऋतु में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है, इसलिए इसे वसंतोत्सव भी कहते हैं।
Published: undefined
दरअसल, तीन नए खेती कानूनों के खिलाफ किसान पिछले साल 26 नवंबर से राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
किसान उत्पाद व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अधिनियम, 2020; मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा अधिनियम 2020 और आवश्यक वस्तु (संशोधन) अधिनियम, 2020 पर किसान सशक्तिकरण और संरक्षण समझौता हेतु सरकार का विरोध कर रहे हैं ।
(आईएएनएस के इनपुट के साथ)
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined