सऊदी अरब की अरामको रिफायनरी पर ड्रोन हमले के बाद अरब के तेल उद्योग पर बुरा असर पड़ा है। हमले की वजह से सऊदी अरब का तेल उत्पादन आधा रह जाने की वजह से इसका असर पूरी दुनिया पर पड़ता दिखाई दे रहा है। वैश्विक बाजार में क्रूड की कीमतें 10 डॉलर (710 रुपये) तक बढ़ सकती हैं। ऐसा होने की स्थित में भारत समेत कई देशों में पेट्रोल की कीमतों में भारी उछाल आने की संभावना है।
दरअसल अरामको रिफायनरी पर ड्रोन हमले के बाद से सऊदी का तेल उत्पादन में 50 फीसदी की कमी आई है। लिपो ऑयल एसोसिएट्स के अध्यक्ष ऐंड्रयू लिपो ने कहा, ‘यह एक बड़ी घटना है। मुझे उम्मीद है कि जब बाजार खुलेगा तो क्रूड के दाम पांच से 10 डॉलर तक बढ़ सकते हैं।’ क्लीयरव्यू एनर्जी के प्रमुख (शोध) केविन बुक ने कहा कि इसकी मरम्मत में लगने वाला समय से कीमतों पर असर पड़ेगा, जिसमें हफ्तों से महीने तक लग सकते हैं।
Published: undefined
इस पर बुक ने कहा, ‘आपूर्ति में यह कमी अगर तीन हफ्ते जारी रहती है तो क्रूड में 10 डॉलर प्रति बैरल की बढ़ोतरी हो सकती है।’
बता दें कि शुक्रवार को डब्ल्यूटीआई क्रूड लगभग 55 डॉलर और ब्रेट क्रूड 60.25 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ था। अरामको के मुताबिक हमले की वजह से दुनिया के सभी हिस्सों में तेल की आपूर्ति पर कोई असर नहीं पड़ेगा
Published: undefined
सऊदी अरब की रिफायनरी अरामको का तेल उत्पादन 50 फीसदी घटने की वजह से भारत की सबसे बड़ी चिंता अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में भारी इजाफा होना है। दरअसल भारत में तेल की कीमतें अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों पर निर्भर होती हैं। तेल के दाम बढ़ने की हालत में पहले से ही बुरे दौर से गुजर रही देश के अर्थव्यवस्था की हालत और खराब हो सकती है।
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined