आरजेडी उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने शनिवार को कॉलोनियों का नामकरण नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी के नाम पर करने के फैसले पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार के भूमिहीनों को मकान बनाने और आवासीय सोसायटियों के विकास के लिए जमीन मुहैया कराने का फैसले सही है, लेकिन जिस तरीके से वे इसका श्रेय लेना चाहते हैं, वह 'बिल्कुल गलत' है।
Published: undefined
तिवारी ने कहा, "राज्य सरकार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर कॉलोनियों के नामकरण के अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए। जीवित व्यक्तियों, विशेष रूप से मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री के नाम पर सरकार की पहल का श्रेय देना अनैतिक है, क्योंकि इसमें करदाताओं की गाढ़ी कमाई शामिल है।"
Published: undefined
उन्होंने कहा, "कई सम्मानित नेता हैं- जैसे प्रथम दलित कवि हीरा डोम, जगलाल चौधरी, (जिनके बेटे को ब्रिटिश सेना ने गोली मार दी थी) पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री, दशरथ मांझी, पूर्व उप प्रधानमंत्री बाबू जग जीवन राम और बिहार के अन्य नेता, जो सम्मान के लायक हैं।"
Published: undefined
गुरुवार को मानसून सत्र के आखिरी दिन भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री राम सूरत राय ने प्रदेश के हर जिले में भूमिहीन लोगों के लिए मुख्यमंत्री कुमार और प्रधानमंत्री मोदी के नाम से दो आवासीय कॉलोनियां विकसित करने की घोषणा की।
Published: undefined
राय ने कहा कि कॉलोनियों का निर्माण शुरू हो गया है। बांका में पहली दो कॉलोनियां विकसित की जाएंगी, जहां राज्य सरकार हर भूमिहीन व्यक्ति को तीन-तीन डिस्मिल प्लाट राशि और मूलभूत सुविधाओं के साथ आवंटित करेगी।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined