देश

घर ढहाए जाने से नाखुश है गैंगस्टर विकास की मां, योगी सरकार से बोलीं-घर मेरी पुश्तैनी संपत्ति थी, विकास की नहीं

गैंगस्टर विकास दुबे की मां ने राज्य सरकार द्वारा घर ढहाए जाने पर नाखुशी जाहिर की। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, "घर मेरी पुश्तैनी संपत्ति थी और विकास का नहीं था। यह मेरे ससुर और पति द्वारा बनवाया गया था। सरकार विकास के स्वामित्व वाली संपत्तियों को गिरा सकती है, लेकिन हमने क्या किया है?"

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया 

गैंगस्टर विकास दुबे की मां सरला दुबे ने राज्य सरकार द्वारा कानपुर के बिकरू गांव में अपना घर ढहाए जाने पर रविवार को यहां नाखुशी जाहिर की। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, "घर मेरी पुश्तैनी संपत्ति थी और विकास का नहीं था। यह मेरे ससुर और पति द्वारा बनवाया गया था। सरकार विकास के स्वामित्व वाली संपत्तियों को गिरा सकती है, लेकिन हमने क्या किया है?"

इसे भी पढ़ें- कानपुर एनकाउंटर: विकास दुबे पुलिस गिरफ्त से दूर, उसकी मां का बड़ा बयान, कहा- पुलिस उसे गोली मार दे

Published: undefined

विकास शुक्रवार को बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के सिलसिले में वांछित है। जिला प्रशासन ने शनिवार को गांव में स्थित उसके घर को जेसीबी से ढहा दिया और साथ ही दो एसयूवी और दो ट्रैक्टर को भी तहस-नहस कर दिया। गैंगस्टर की मां ने शुक्रवार को कहा था कि अगर उसके बेटे को पुलिस मुठभेड़ में मार देती है तो उसे कोई दुख नहीं होगा। उन्होंने कहा था, "अगर उसने पुलिसकर्मियों को मारा है, तो वह मारे जाने का हकदार है।"

Published: undefined

सरला दुबे ने कहा, "मैं पिछले 4 महीनों से अपने पति से नहीं मिली हूं। मैं अपने छोटे बेटे के साथ लखनऊ में रह रही हूं। विकास को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर देना चाहिए। हम उसकी वजह से समस्याओं का सामना कर रहे हैं। पुलिस हमसे और हमारे रिश्तेदारों से सवाल पूछ रही है।" विकास के पिता राम कुमार दुबे ने कहा कि पुलिसकर्मियों की हत्या की घटना के समय विकास गांव में नहीं था। इस बीच, कानपुर के आईजी मोहित अग्रवाल ने कहा कि पुलिस गैंगस्टर एक्ट के तहत विकास के बैंक खातों के पैसे और अवैध संपत्ति जब्त करेगी।

Published: undefined

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia

Published: undefined