केंद्र की मोदी सरकार देश में भ्रष्टाचार कम और खत्म करने के भले ही बड़े-बड़े दावे कर रही हो, लेकिन हकीकत यह है कि देश में भ्रष्टाचार कम होने के बजाय बढ़ा है। इस बात की पुष्टि अंतर्राष्ट्रीय गैर सरकारी संगठन ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की ओर से जारी रिपोर्ट से हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत 180 देशों की सूची में 40 अंकों के साथ 81वें पायदान पर है। इससे पहले 2016 में भारत 79वें स्थान पर था।
हर बात में चीन से लोहा लेने की बात करने वाली केंद्र सरकार को ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल संगठन की ओर से जारी सूची से मुंह की खानी पड़ी है। आलम यह है कि इस सूची में भारत को चीन और भूटान से भी ज्यादा भ्रष्ट बताया गया है। चीन इस सूची में 41 अंक के साथ 77 वें स्थान पर है। वहीं भूटान 67 अंकों के साथ 26वें स्थान पर है।
इंटरनेशनल संगठन की ओर से जारी इस सूची में पाकिस्तान 117वें, बांग्लादेश 143वें, म्यांमार 130वें और श्रीलंका को 91वें स्थान पर रखा गया है।
इस सूची में शामिल 180 देशों में से दो-तिहाई देशों को 50 से कम अंक मिले हैं, जो इनमें भ्रष्टाचार के ऊंचे स्तर का संकेत है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत, फिलीपींस और मालदीव में हालात खराब हैं। रिपोर्ट में कहा गया है “इन देशों में भ्रष्टाचार चरम पर है, साथ ही यहां प्रेस स्वतंत्रता की कमी और वरिष्ठ पत्रकारों की मौतें आम बात हैं।” रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 6 वर्षों में, इन देशों की भ्रष्टाचार की स्टोरी पर काम कर रहे 15 पत्रकारों की हत्या कर दी गई है।
Published: 23 Feb 2018, 1:10 PM IST
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Published: 23 Feb 2018, 1:10 PM IST