देश का नाम इंडिया से केवल भारत करने को लेकर विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीज घमासान मचा हुआ है। विपक्षी दलों का कहना है कि गठबंधन का नाम इंडिया करने से बीजेपी मोदी सरकार डर गई है। उन्हें लगने लगा है कि चुनाव में उनकी हार तय है इसलिए ये सब किया जा रहा है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि ये सब ड्रामा इसलिए हो रहा है, क्योंकि विपक्ष एकजुट हो गया है और गठबंधन का नाम I.N.D.I.A. रख लिया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी कहा कि अगर कल को विपक्षी गठबंधन भारत नाम रख लेता है तो क्या भारत नाम भी बदल दिया जाएगा।
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जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भी मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बीजेपी वाले इंडिया से इतने डर गए हैं कि इन्हें नाम बदलना पड़ रहा है। ललन सिंह ने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए कहा, आपको इनकी INDIA शब्द से घबराहट नहीं नज़र आ रही है। ये हताश हैं इसलिए नाम बदल रहे हैं। नाम बदलने से क्या होगा इस देश की जनता में इनके खिलाफ अविश्वास है उसे कैसे मिटाएंगे?
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नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने भी मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि हमारे संविधान में दोनों नाम दर्ज़ हैं... हम कहां-कहां से 'इंडिया' शब्द हटाएंगे? SBI, IIT, ISRO इन सबके नाम बदलने होंगे। अगर आपको इस बात से दिक्कत है कि विपक्ष की पार्टियों ने अपना नाम INDIA रखा है और आप इसलिए देश का नाम बदल रहे हैं, तो हम अपना (पार्टी) का नाम बदल लेंगे। हम मुल्क को मुसीबत, तकलीफ में नहीं डालना चाहते। अगर हमें थोड़ा सा भी इशारा भी मिलता है तो हम यह करेंगे।
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वहीं राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सांसद मनोज झा विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर के 'संविधान में इंडिया दैट इज भारत' लिखा है, वाले बयान पर पर घेरा है। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर को मेरे साथ आकर संविधान पढ़ने के लिए आमंत्रित करता हूं। 'इंडिया दैट इज भारत' अनुच्छेद 1 है। हमने उन्हें 19 जुलाई से पहले ऐसा कुछ भी कहते नहीं सुना था... 19 जुलाई वो दिन है जब INDIA गठबंधन बना था... अगर हम और संक्षिप्तीकरण करें और गठबंधन का नाम बदलकर INDIA भारत कर दें तो जयशंकर क्या करेंगे।
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राष्ट्रपति भवन में G20 शिखर सम्मेलन के रात्रिभोज का निमंत्रण 'भारत के राष्ट्रपति' के नाम से भेजे जाने पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा, "सवाल यह है कि संविधान क्या कहता है। संविधान का पहला अनुच्छेद कहता है कि 'इंडिया देट इज भारत शैल बी अ यूनियन ऑफ स्टेट्स'...अब तक रिपब्लिक ऑफ इंडिया कहा जाता था अब उसे बदला गया लेकिन इसके उद्देश्य पर सोचने की ज़रूरत है। विपक्षी पार्टियां INDIA के नाम से एकत्रित हो रहे हैं इसलिए उन्हें चिढ़ है और वे भारत कहने लगे है।"
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