मध्य प्रदेश के सिवनीमालवा से बीजेपी विधायक सरताज सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वे राज्य प्रशासन में फैली कमीशनखोरी का दावा करते हुए दिखाई दे रहे हैं। वे कह रहे हैं कि प्रदेश में पूरी व्यवस्था बिगड़ा हुआ है। वे यह दावा कर रहे हैं कि जिस तरह की बिगड़ी हुआ व्यवस्था मौजूदा वक्त में है वैसी शायद ही कभी रही हो। वे यह भी कह रहे हैं कि राज्य में नेतृत्व की कमी है।
बीजेपी विधायक सरताज सिंह ने कहा कि 4 दिन पहले वे भोपाल के एक अस्पताल में भर्ती थे। उन्होंने कहा कि अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद जब उन्होंने मेडिकल बिल की फाइल पास कराने के लिए मंत्रालय में भेजी तो उनसे कमीशन मांगा गया।
बीजेपी विधायक वीडियो में कह रहे हैं, “मैं बीमार पड़ गया था। कुछ दिन आईसीयू में रहा। अस्पताल से ठीक होकर आया तो मैंने अपने सहायक से कहा रिम्बर्समेंट का फॉर्म भर लो। उसने भर लिया, मैंने फाइल पर दस्तखत कर दिए, वह चला गया। फिर उसका फोन आया और कहने लगा साहब बाबू फाइल लेने को तैयार नहीं है, कमीशन की बात कर रहा है।”
राज्य प्रशासन की कड़ी निंदा करते हुए विधायक सरताज सिंह ने कहा कि मेरे व्यक्तिगत केस में भी बिना कमीशन के फाइल नहीं लेंगे, तो आम जनता का क्या होता होगा। उन्होंने आगे कहा कि राज्य की जनता अगर सबसे ज्यादा किसी से पीड़ित है तो वह प्रशासन से है। बीजेपी विधायक ने कहा कि राज्य में हर महकमे में कमीशनखोरी चरम पर है। उन्होंने कहा कि चाहे वो बिजली वाला हो, चाहे पटवारी हो, चाहे तहसीलदार - सभी से जनता परेशान है। सरताज सिंह ने कहा कि राज्य में जनता का शोषण हो रहा है और हम लोग इतने मजबूर हो गए हैं कि कुछ नहीं कर सकते।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीव सुरजेवाला ने सरताज सिंह के वीडियो को ट्वीट कर कहा कि मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। उन्होंने आगे लिखा, “सरताज सिंह, बीजेपी विधायक, पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मांग रहे इलाज की रिश्वत। शिवराज सरकार में फैले भ्रष्टाचार की कहानी, बीजेपी के वरिष्ठ नेता की व्यथा की जुबानी।” बीजेपी विधायक सरताज सिंह का यह वीडियो रविवार यानी 4 मार्च का है, जब उन्होंने होशंगाबाद में मीडिया से बात करते हुए यह बातें कहीं।
Published: 05 Mar 2018, 7:08 PM IST
सरताज सिंह बीजेपी के वरिष्ठ नेता और सिवनीमालवा से विधायक हैं। वे 1996 में अटल सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं। 1998 में वे लोकसभा चुनाव लड़े और कांग्रेस के कद्दावर नेता अर्जुन सिंह को हरा दिया। 2004 में होशंगाबाद से एक बार फिर वे सांसद बने। 2008 में वे सिवनीमालवा से विधानसभा चुनाव लड़े और विधायक बने। उन्हें शिवराज सरकार में मंत्री भी बनाया गया। वे 2013 में भी इसी विधानसभा से चुनाव जीते। पिछले साल उम्र का हवाला देते हुए उन्हें शिवराज मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के लिए कहा गया था। तभी से वे बीजेपी सरकार से नाराज चल रहे हैं।
Published: 05 Mar 2018, 7:08 PM IST
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Published: 05 Mar 2018, 7:08 PM IST