आईसीआईसीआई बैंक और वीडियोकॉन के लेनदेन का मामला सामने आने के बाद बैंक की सीईओ चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर के साथ ही वीडियोकॉन समूह के वेणुगोपाल धूत मुश्किलों में हैं। एक न्यूज चैनल की खबर के मुताबिक इस केस के संबंध में सीबीआई ने चंदा कोचर, उनके पति और धूत, तीनों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है। इस नोटिस का अर्थ यही होता है कि ये तीनों अब देश छोड़कर बाहर नहीं जा सकते। लुकआउट नोटिस एक ऐसी प्रक्रिया है जिसे खुफिया तौर पर हवाई अड्डों पर इमीग्रेशन को भेजा जाता है, ताकि अगर संबंधित व्यक्ति देश से बाहर जा रहा है या जाने की कोशिश कर रहा है, तो उसे रोका जा सके। यह प्रक्रिया इसलिए अपनाई जाती है ताकि जांच करने वाली एजेंसी अपनी सुविधा के मुताबिक संबंधित व्यक्ति से पूछताछ कर सके।
इस केस के सिलसिले में सीबीआई ने गुरुवार को चंदा कोचर के देवर राजीव कोचर से भी कई घंटे पूछताछ की थी। राजीव कोचर, चंदा कोचर के पति दीपक कोचर के भाई हैं और उनकी फाइनेंशियल कंपनी अविस्टा एडवायजरी सवालों के घेरे में है। सूत्रों के मुताबिक इस कंपनी को पिछले छह साल में सात कंपनियों के करीब 1.5 अरब डॉलर के विदेशी मुद्रा लोन को रीस्ट्रक्चर करने का काम मिला और संयोग से ये सभी कंपनियां ICICI बैंक की भी कर्जदार हैं। ऐसे ही एक सौदे में कर्जदारों का लीड बैंक आईसीआईसीआई है।
न्यूज चैनल की खबर में कहा गया है कि वीडियोकॉन लोन मामले में सीबीआई जल्द ही आईसीआईसीआई बैंक की मुखिया चंदा कोचर से भी पूछताछ कर सकती है। चैनल ने सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से बताया है कि सीबीआई जल्द ही चंदा कोचर का बयान दर्ज करेगी और यह पूछताछ दिल्ली में होगी, लेकिन सीबीआई इससे पहले उनके पति दीपक कोचर से भी पूछताछ करेगी।
दरअसल पिछले दिनों वीडियोकॉन को दिए गए कर्ज के मामले में चंदा कोचर और उनके परिवार के सदस्यों के शामिल होने की बातें सामने आई थीं, जिसके बाद सीबीआई ने दीपक कोचर के खिलाफ जांच शुरू की है। चैनल ने बताया है कि सीबीआई बैंक के उन सभी अधिकारियों के बयान दर्ज कर चुकी है जो वीडियोकॉन को लोन मंजूर करने की प्रक्रिया में शामिल थे। इसके अलावा सीबीआई ने इस कर्ज से जुड़े सभी दस्तावेज भी जब्त कर लिए हैं।
Published: 06 Apr 2018, 9:14 PM IST
उधर एक और न्यूज चैनल ने ब्लूमबर्ग के हवाले से खबर दी है कि रिजर्व बैंक ने आईसीआईसीआई बैंक की सीईओ चंदा कोचर, एक्सिस बैंक की शिखा शर्मा और एचडीएफसी के आदित्य पुरी का बोनस रोक लिया है।
आईसीआईसीआई बोर्ड ने शेयर बाजार को जो जानकारी दी थी उसके मुताबिक चंदा कोचर के लिए 2.2 करोड़ रुपये के बोनस की मंजूरी दी गई है। वहीं एक्सिस बैंक की शिखा शर्मा को 1.35 करोड़ रुपये और एचडीएफसी बैंक के आदित्य पुरी को 2.9 करोड़ रुपये का बोनस मिलना है।
आरबीआई ने अपनी ऑडिट रिपोर्ट में कहा है कि एक्सिस बैंक ने पिछले दिनों 5600 करोड़ रुपये के बैड लोन यानी बट्टे खाते में पड़े कर्जों का खुलासा नहीं किया है। इसी तरह एचडीएफसी बैंक ने भी ऐसे मामले में जो जानकारी दी उसमें भी अंतर है। वहीं आईसीआईसीआई बैंक का कहना है कि इस मामले की जानकारी देना जरूरी नहीं है।
Published: 06 Apr 2018, 9:14 PM IST
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Published: 06 Apr 2018, 9:14 PM IST