23 मार्च का दिन देशवासियों के लिए आम नहीं होगा। आम इसलिए नहीं होगा क्योंकि इस दिन भारत पूरी तरह से ठहरा हुआ होगा। हालांकि रविवार को भी कुछ ऐसी ही स्थिती थी, लेकिन सोमवार की तस्वीर बिल्कुल अलग होने वाली है। देशभर के कई राज्यों में लॉकडाउन का ऐलान किया गया है। ये लॉकडाउन राज्य सरकारों कीओर से किया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील के बाद रविवार को कोरोना वायरस फैलने से रोकने के लिए देश में अनौपचारिक कर्फ़्यू लगाया गया जिसे जनता कर्फ्यू का नाम दिया गया। लेकिन इस कर्फ्यू की मियाद खत्म होने से पहले ही एक के बाद एक कई राज्यों ने लॉकडाउन की घोषणा कर दी। जिसकी शुरूआत रविवार सुबह पंजाब से हुई। हालांकि लॉकडाउन की घोषणा सबसे पहले शनिवार को राजस्थान सरकार ने की थी।
Published: undefined
रविवार को लॉकडाउन वाली लिस्ट में एक के बाद एक कई राज्यों के नाम जुड़ते गए। पंजाब के बाद राजस्थान, पंजाब, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल,उत्तर प्रदेश, दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा,बिहार, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, गोवा, छत्तीसगढ़ और जम्मू-कश्मीर समेत दर्जनों से ज्यादा राज्यों में लॉकडाउन का ऐलान किया। ये लॉकडाउन 31 मार्च तक के लिए किया गया। हालांकि इस दौरान जरूरी सेवाओं को छोड़कर सबकुछ बंद करने का ऐलान किया गया है। कई राज्यों ने अपने बॉर्डर सील कर दिए हैं और धारा-144 भी लागू कर दी है।
Published: undefined
कई राज्य ऐसे भी हैं जहां कुछ जिलों में ही लॉकडाउन के आदेश दिए गए हैं। इसके अलावा पूरे देश में जहां-जहां कोरोना वायरस के पॉजिटिव केस सामने आए हैं, वहां लॉकडाउन करने का आदेश दिया गया है। इससे पहले रविवार दोपहर भारतीय रेलवे ने 31 मार्च तक सभी ट्रेनों को रद्द करने का ऐलान किया, वहीं सभी राज्यों में मेट्रो की सेवाओं पर भी रोक लगा दी गई। केंद्र सरकार ने देश भर में मेट्रो सेवाओं को 31 मार्च तक बंद करने का फैसला किया है।
Published: undefined
इसके साथ ही दिल्ली मेट्रो, लखनऊ मेट्रो, नोएडा मेट्रो, कोलकाता मेट्रो, कोच्चि मेट्रो, बेंगलुरु मेट्रो बंद हो गया है। दिल्ली मेट्रो 31 मार्च अब कोई सेवा नहीं देगी। केंद्र सरकार ने देश में सभी ऑपरेशनल मेट्रो के मैनेजिंग डायरेक्टर को सूचित करते हुए कहा है कि मेट्रो सेवाएं बंद करने से कोरोना संक्रमण का चेन तोड़ने में मदद मिलेगी। इस बारे में सभी राज्यों के मुख्य सचिव को भी सूचना दे दी गई है।
Published: undefined
दरअसल लॉकडाउन एक एमरजेंसी व्यवस्था है जो एपिडेमिक या किसी आपदा के वक्त शहर में सरकारी तौर पर लागू होती है। लॉक डाउन की स्थिति में उस क्षेत्र के लोगों को घरों से निकलने की अनुमति नहीं होती है। उन्हें सिर्फ दवा या अनाज जैसी जरूरी चीजों के लिए बाहर आने की इजाजत मिलती है। या फिर बैंक से पैसा निकालने के लिए भी जा सकते हैं।
Published: undefined
किसी सोसायटी या शहर में रहने वाले वहां के स्थानीय लोगों को स्वास्थ्य या अन्य जोखिम से बचाव के लिए इसे लागू किया जाता है। इन दिनों कोरोना संक्रमण के मद्देनजर कई देशों में इसे अपनाया जा रहा है। लेकिन ये इतना सख्ती से अभी लागू नहीं है। इसे सरकार के बजाय इस बार लोग खुद अपने पर लागू कर रहे हैं। उदाहरण के लिए इटली के कई इलाकों में खुद ही लोगों ने अपने आपको घरों में कैद कर लिया था। ताकि कोरोना का संक्रमण उन तक न पहुंचे। वहीं जिन इलाकों में संक्रमित व्यक्ति ज्यादा मिल जाते हैं, वहां भी लॉकडाउन लागू कर दिया जाता है।
Published: undefined
कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए चीन, डेनमार्क, लंदन, अमेरिका, अल सलवाडोर, फ्रांस, आयरलैंड, इटली, न्यूजीलैंड, पोलैंड और स्पेन में लॉकडाउन जैसी स्थिति है। बता दें कि चीन में ही सबसे पहले कोरोना वायरस संक्रमण का मामला सामने आया था, इसलिए सबसे पहले वहां लॉकडाउन किया गया।
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined