जम्मू के कठुआ रेप मामले को लेकर जम्मू-कश्मीर में सियासी तूफान मचता नजर आ रहा है। गैंगरेप और हत्या के आरोपियों के बचाव में रैली करने वाले बीजेपी के मंत्रियो के इस्तीफे के बाद अब बीजेपी कोटे के सबी मंत्रियों ने सरकार से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, जम्मू-कश्मीर की गठबंधन सरकार में शामिल बीजेपी के मंत्रियों ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को ना देकर पार्टी अध्यक्ष को सौंपा है।
सूत्रों के अनुसार बीजेपी के सभी मंत्रियों को राज्य मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के लिए कह दिया गया है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि बीजेपी राज्य सरकार से समर्थन वापस ले रही है। सूत्रों ने कहा, "बीजेपी के सभी मंत्रियों ने मंत्रिमडल में होने वाले फेरबदल से पूर्व इस्तीफा दे दिया है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि बीजेपी ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया है।"
खबरों के मुताबिक, महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली राज्य सरकार में बीजेपी कोटे के सभी मंत्रियों ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सत शर्मा के सामने अपने इस्तीफे की पेशकश की है। अब प्रदेश अध्यक्ष और पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को ही अंतिम फैसला लेना है।
हालांकि, जम्मू-कश्मीर बीजेपी के प्रवक्ता सुनील सेठी ने इस खबर की पुष्टी नहीं की है। उन्होंने नवजीवन से बात करते हुए कहा कि उन्हें भी अभी मीडिया से इस खबर की जानकारी मिली है, लेकिन आधिकारिक तौर कोई जानकारी नहीं है।
हालांकि, समाचार एजेंसियों के अनुसार जम्मू कश्मीर सरकार में बीजेपी कोटे के सभी मंत्रियों ने नये लोगों को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने के लिए इस्तीफा दिया है। यह सिर्फ एक उलट-फेर है। इससे सरकार पर कोई खतरा नहीं होगा और ना ही बीजेपी-पीडीपी गठबंधन पर कोई असर पड़ेगा। यह महज मंत्रियों के इस्तीफे से जुड़ा मामला है।
Published: undefined
राजनीतिक टिप्पणीकारों का कहना है कि बीजेपी का ये कदम कठुवा रेप कांड से पार्टी की छवि को हुए नुकसान की भरपाई करना और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती पर दबाव डालने की रणनीति का हिस्सा है।
बता दें कि 2014 में राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत हासिल नहीं हुआ था। 28 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी पीडीपी ने 25 सीटों वाली दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी के साथ मिलकरमुफ्ती मोहम्मद सईद के नेतृत्व में सरकार का गठन किया था। मुफ्ती सईद की मौत के बाद से उनकी बेटी महबूबा मुफ्ती राज्य की कमान संभाली रही हैं। उनकी सरकार में बीजेपी कोटे के 2 मंत्रियों ने पिछले दिनों इस्तीफा दे दिया था।
बीजेपी कोटे से महबूबा सरकार में डॉ निर्मल सिंह उपमुख्यमंत्री हैं। इनके अलावा बाली भगत, चेरिंग दोर्जे, अब्दुल गनी कोहली, शाम लाल चौधरी, सुनील कुमार शर्मा, अजय नंदा और प्रिया सेठी बीजेपी कोटे से जम्मू कश्मीर सरकार में मंत्री हैं।
बता दें कि हाल ही में कठुआ रेप कांड को लेकर बीजेपी कोटे के दो मंत्रियों लाल सिंह और चंद्र प्रकाश गंगा ने आरोपियों के समर्थन में रैली निकाली थी, जिससे विवाद खड़ा हो गया था। बीजेपी पर रेप के आरोपियों का समर्थन और बचाव करने के आरोप लगे थे। इस विवाद के काफी तूल पकड़ने और देश भर में काफी किरकिरी होने के बाद बीजेपी के दोनों मंत्रियों को अपना इस्तीफा देना पड़ा था।
इसके बाद से ही बीजेपी-पीडीपी गठबंधन में दरार को लेकर खबरें आने लगी थीं। लेकिन दोनों ही पार्टी के नेताओं की तरफ से इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई थी। इन सब के बीच अब बीजेपी कोटे के बाकी मंत्रियों के इस्तीफे की पेशकश से राज्य में सियासी संकट खड़ा होने की संभावना जताई जा रही है।
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined