उत्तर प्रदेश में रायबरेली के ऊंचाहार स्थित नेशनल थर्मल पॉवर कॉरपोरेशन-एनटीपीसी के प्लांट में बॉयलर का पाइप फटने से भीषण आग लग गई। इस घटना में कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई और 60 से ज्यादा घायल हुए हैं। हालांकि गैरअधिकारिक सूत्रों के मुताबिक मरने वालों की तादाद कहीं ज्यादा हो सकती है। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है जिस वक्त यह हादसा हुआ, उस वक्त प्लांट में करीब 150 मजदूर काम कर रहे थे। इस प्लांट से 500 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है।
Published: 01 Nov 2017, 10:34 PM IST
खबरों के मुताबिक एनटीपीसी में काम करने वाले एक इंजीनियर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जिस प्लांट में हादसा हुआ, वह अभी पूरी तरह कमीशन भी नहीं हुआ था और मुख्य प्रबंधक ने जबरदस्ती इसे मैन्युअली चलवाने के आदेश दिए थे। इस इंजीनियर का कहना है कि इसे चलाने में जरूरी सेफ्टी प्रोटोकॉल यानी सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया गया। इंजीनियर के मुताबिक महाप्रबंधक अति महत्वाकांक्षी हैं और कार्यकारी निदेशक बनना चाहते हैं, इसीलिए तीन साल की समयसीमा पूरी होने और इस प्लांट को कमीशन होने से पहले ही इसे महज ढाई साल में पूरा कर मैन्युअली चलवा दिया, जो इस हादसे का कारण बना। इस बीच एनटीपीसी ने इस हादसे की जांच कराने के लिए एक समिति का गठन किया है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इस हादसे पर शोक जताते हुए अपनी गुजरात नवसृजन यात्रा को बीच में ही छोड़कर गुरुवार को रायबरेली जाने की बात कही है।
Published: 01 Nov 2017, 10:34 PM IST
घटना की सूचना मिलने के बाद लखनऊ से एनडीआरएफ यानी नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट एंड रेस्क्यू फोर्स की 32 सदस्यीय टीम मौके पर पहुंची है और राहत और बचाव का काम किया जा रहा है। हादसे में झुलसे 20 लोगों को लखनऊ रेफर किया गया है।
Published: 01 Nov 2017, 10:34 PM IST
रायबरेली के मुख्य चिकित्सा अधिकारी के के सिंह ने 16 लोगों की मौत की पुष्टि की है जबकि उत्तर प्रदेश को अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक - लॉ एंड ऑर्डर आनंद कुमार ने हादसे में 60 से 70 लोगों के घायल होने की बात कही है।
Published: 01 Nov 2017, 10:34 PM IST
चश्मदीदों के मुताबिक धमाका इतना तेज था कि वहां काम कर रहे कर्मचारी पाइपों में फंस गए। उत्तर प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिवार को दो-दो लाख, गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपए और आंशिक रूप से घायलों को 25-25 हजार रुपए मदद देने का ऐलान किया है। कुछ चश्मदीदों ने इस हादसे का वीडियो भी बनाया है, जिससे हादसे की भयावहता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
Published: 01 Nov 2017, 10:34 PM IST
एनटीपीसी के इस प्लांट में करीब 1500 लोग काम करते हैं। हादसे के बाद एनटीपीसी परिसर में बाहरी लोगों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है। और हालात को काबू में रखने के लिए सीआरपीएफ की कई कंपनियां एनटीपीसी के पास तैनात कर दी गई हैं।
हादसे के बारे में एनटीपीसी ने ऊंचाहार प्रबंध ने कहा है कि, "यूनिट नंबर 6 के ब्वॉयलर में दोपहर करीब 3:30 बजे 20 मीटर की ऊंचाई पर एक ओपनिंग हो गई। गरम फ्लीयू गैस और स्टीम बाहर आने से आसपास के लोग चपेट में आ गए। हादसे की जांच के लिए एनटीपीसी एडमिनिस्ट्रेशन ने एक कमेटी गठित की है।"
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने गुरुवार को रायबरेली जाने की बात कही है। इससे पहले उन्होंने इस घटना पर गहरा कर दुख जताया। उन्होंने लिखा कि, "रायबरेली NTPC प्लांट की घटना से मन विचलित है। मेरी संवेदनाएं मृतकों के परिवार के साथ हैं। प्रशासन से निवेदन है कि घायलों को तत्काल मदद दी जाए।"
Published: 01 Nov 2017, 10:34 PM IST
हादसे की सूचना मिलते ही कांग्रेस कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए और घायलों की मदद की। रायबरेली से सांसद और कांग्रेस उपाध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी इस हादसे पर शोक जताया है।
Published: 01 Nov 2017, 10:34 PM IST
वहीं उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक ने हादसे पर दुख जाहिर किया है। उन्होंने घायलों के जल्द ठीक होने की कामना की है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने इस बारे में उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिं से बात की और घायलों के बेहतर इलाज के निर्देश दिए। सिद्धार्थनाथ सिंह और स्वामी प्रसाद मौर्य ऊंचाहार पहुंचे हैं।
इस दौरान उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर ने भी कहा है कि उन्हें सोनिया गांधी के लगातार निर्देश मिल रहे हैं और कांग्रेस कार्यकर्ता राहत और बचाव कामों में लगे हुए हैं।
Published: 01 Nov 2017, 10:34 PM IST
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Published: 01 Nov 2017, 10:34 PM IST