लंदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ‘भारत की बात, सबके साथ’ कार्यक्रम में भारतीय डॉक्टरों को लेकर दिए गए बयान से इंडियन मेडिकल एसोसिएशन बेहद नाराज है। मेडिकल एसोसिएशन ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर अपनी नाराजगी जाहिर की है। खत में एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री से कहा है कि वे लंदन में भारतीय डॉक्टरों को लेकर दिए गए अपने बयान पर एक बार फिर विचार करें।
Published: 22 Apr 2018, 3:55 PM IST
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर रवि वानखेडकर ने कहा, “लंदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भारतीय डॉक्टरों पर की गई टिप्पणी से हम दुखी हैं। प्रधानमंत्री ने जहां पर भारतीय डॉक्टरों को लेकर बयान दिया, उस देश (ब्रिटेन) की चिकित्सा प्रणाली को 70 फीसदी भारतीय डॉक्टर ही चलाते हैं।” वानखेड़कर ने कहा कि दवाओं का मूल्य निर्धारित करने का अधिकार भारत सरकार के पास है।
Published: 22 Apr 2018, 3:55 PM IST
वहीं डॉक्टर विनोद शर्मा ने पीएम मोदी के बयान की कड़ी निंदा की और कहा कि प्रधानमंत्री का बयान शर्मनाक है। उन्होंने कहा, “विदेशों में आयोजित सम्मेलनों में हमें नई प्रक्रियाओं और दवाओं के बारे में पता चलता है। विदेशों में सम्मेलन कभी फार्मा फर्मों द्वारा प्रायोजित नहीं होते हैं।”
Published: 22 Apr 2018, 3:55 PM IST
लंदन में आयोजित ‘भारत की बात, सबके साथ’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉक्टरों के कदाचार को लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि डॉक्टर फार्मास्युटिकल फर्मों को बढ़ावा देने के लिए विदेश में आयोजित सम्मेलनों में हिस्सा लेते हैं। पीएम मोदी के इसी बयान से इंडियन मेडिकल एसोसिएशन नाराज है।
Published: 22 Apr 2018, 3:55 PM IST
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Published: 22 Apr 2018, 3:55 PM IST