जिस सरकार का काम राज्य के खिलाड़ियों को बढ़ावा देना है। पैसे खर्ज कर उन्हें इस योग्य बनाना है, ताकि वे बड़े खेल प्रतिस्पर्धाओं में मेडल ला सकें और देश का नाम रोशन करें। हरियाणा की खट्टर सरकार ने राज्य के उन्हीं पेशेवर खिलाड़ियों को एक फरमान जारी किया है। हरियाणा के खेल मंत्रालय ने खिलाड़ियों को अधिसूचना जारी कर विज्ञापनों और पेशेवर खेल के जरिए कमाई जाने वाली राशि का 33 फीसदी हिस्सा हरियाणा स्पोर्ट्स काउंसिल में जमा करवाने का आदेश दिया है।
Published: 08 Jun 2018, 12:47 PM IST
अधिसूचना के अनुसार, अगर कोई भी खिलाड़ी बिना सरकार की इजाजत लिए कोई विज्ञापन करता है या किसी पेशेवर खेल में हिस्सा लेता है तो उससे होने वाली पूरी आमदनी सरकारी खाते में जमा करवानी पड़ेगी। खट्टर सरकार ने यह आदेश 30 अप्रैल, 2018 के सरकारी गजट के नोटिफिकेशन में जारी किया है।
Published: 08 Jun 2018, 12:47 PM IST
यही नहीं इस आदेश में यह भी कहा गया है कि जिन खिलाड़ियों को राज्य सरकार ने नौकरी दी है, वे अगर आवंटित छुट्टी से ज्यादा छुट्टी लेते हैं तो उनका वेतन भी कटेगा। खिलाड़ियों से लिए गए पैसे का इस्तेमाल राज्य में खेल के विकास पर खर्च होगा।
Published: 08 Jun 2018, 12:47 PM IST
खट्टर सरकार के इस फैसले पर राज्य के खिलाड़ियों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। कॉमनवेल्थ गेम्स में देश को कुश्ती में पहला मेडल दिलाने वाली बबीता फोगाट ने कहा, “क्या सरकार को इस बात का अंदाजा है कि खेल में खिलाड़ियों को कितनी मेहनत करनी पड़ती है। सरकार कैसे हमारी कमाई का 33 फीसदी हिस्सा मांग सकती है।”
Published: 08 Jun 2018, 12:47 PM IST
बबीता फोगाट ने मीडिया से बात करते हुए आगे कहा, “मैं इस फैसले का बिलकुल भी समर्थन नहीं करती। सरकार को यह फैसला लेने से पहले कम से कम खिलाड़ियों से बात करनी चाहिए थी।”
Published: 08 Jun 2018, 12:47 PM IST
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Published: 08 Jun 2018, 12:47 PM IST