उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कानपुर कांड की न्यायिक जांच के लिए गठित जांच आयोग के सदस्य सेवानिवृत्त न्यायूमर्ति शशिकांत अग्रवाल ने सोमवार की दोपहर बिकरू गांव पहुंच गए, यहां पर वह घटनास्थल का मुआयना करने के बाद ग्रामीणों से बातचीत कर हकीकत जान रहे हैं।
Published: 13 Jul 2020, 4:00 PM IST
जस्टिस शशिकांत ने बिकरु गांव में विकास दुबे के घर के मलबे को देखा। इसके बाद उन जगहों पर गए, जहां मुठभेड़ के दौरान पुलिसकर्मियों की हत्या की गई थी। अधिकारियों ने वे घर भी दिखाए जहां से दो जुलाई की रात फायरिंग हुई थी। इसके बाद गांव वालों से बातचीत की और घटना वाली रात और विकास दुबे के अपराध की जानकारी ली।
Published: 13 Jul 2020, 4:00 PM IST
जस्टिस के हाथ में एक ब्लैक कलर की डायरी थी, जिसमें शूटआउट से जुड़ी कुछ जानकारियां वे पढ़ रहे थे। जिनका जवाब डीएम और एसपी की तरफ से दिया जा रहा है। माना जा रहा है कि इसके बाद वह विकास दुबे के एनकाउंटर वाले स्थल पर भी जा सकते हैं।
Published: 13 Jul 2020, 4:00 PM IST
बिकरू कांड के बाद मोस्टवांटेड विकास दुबे एनकाउंटर को लेकर विपक्षी दलों द्वारा सवाल उठाने और उसकी मौत से कई रहस्यों के दबाए जाने के आरोप लग रहे हैं। इन सबके बीच राज्य सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के माध्यम से जांच आयोग अधिनियम 1952 की धारा 3 के तहत सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति शशिकांत अग्रवाल के नेतृत्व में एक सदस्यीय जांच आयोग गठित करने का निर्णय लिया गया, इसका मुख्यालय कानपुर में होगा। सभी तथ्यों की जांच करने के साथ ही आयोग भविष्य में ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए अपने सुझाव भी देगा। दो माह की अवधि में जांच पूरी कर रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
Published: 13 Jul 2020, 4:00 PM IST
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Published: 13 Jul 2020, 4:00 PM IST