दिल्ली के जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय में छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए CRPF जवानों की तैनाती की गई है। पिछले कई दिनों से JNU के छात्र यूनिवर्सिटी में हॉस्टल की बढ़ी हुई फीस, प्रोटेस्ट फाइन और हॉस्टल में आने जाने के समय को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्रों के मुताबिक हॉस्टल के नियमों में बदलाव करके प्रशासन यूनिवर्सिटी को जेल बनाना चाहता है।
जेएनयू प्रशासन पर छात्रों का आरोप है कि हॉस्टल मेस के बिल में मनमाने ढंग से इजाफा किया गया। इसके अलावा इंटर हॉस्टल एडमिनिस्ट्रेशन से जेएनयू स्टूडेंट यूनियन को पूरी तरह से बाहर करने की कोशिश की जा रही है।
Published: 04 Nov 2019, 5:01 PM IST
हालांकि जेएनयू प्रशासन ने शनिवार को एक प्रेस रिलीज जारी करते हुए छात्रों के आरोपों का खंडन करते हुए कहा था कि हॉस्टल मैन्युअल को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है। इसके अलावा प्रशासन ने यह भी कहा कि हॉस्टल में आने-जाने को लेकर कोई समय सीमा तय नहीं की गई है।
Published: 04 Nov 2019, 5:01 PM IST
इसके अलावा यूनिवर्सिटी में पिछले 14 साल से ड्रेस कोड को लेकर जो नियम है वही चल रहा है। ड्रेस कोड से संबंधित नियमों में किसी भी तरह का बदलाव नहीं किया गया है। इस बारे में संबंध में जो कुछ भी बातें कहीं जा रही हैं वे मात्र अफवाह है।
Published: 04 Nov 2019, 5:01 PM IST
गौरतलब है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सिंगल रूम का किराया 20 रुपए प्रति माह से बढ़ाकर 600 रुपए प्रति माह कर दिया था। इसके अलावा डबल सीटर रूम का किराया 10 रुपए प्रति माह से बढ़ाकर 300 रुपये प्रति माह कर दिया था।
Published: 04 Nov 2019, 5:01 PM IST
नियमों में बदलावों के बाद सर्विस चार्ज के रूप में छात्रों को प्रतिमाह 1700 रुपये का भुगतान करना होगा। इसके अलावा यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेते समय सिक्योरिटी की राशि जहां पहले 5500 रूपए थी उसे अब बढ़ाकर 12000 रुपये कर दिया गया है।
Published: 04 Nov 2019, 5:01 PM IST
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Published: 04 Nov 2019, 5:01 PM IST