देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर सरकार ने 25 मार्च को देशभर में लॉकडाउन का ऐलान किया था। जिसके बाद शराब की दुकानों को भी बंद करना पड़ा था, लेकिन सरकार का ये फैसला कई तरह से घाटे का था, क्योंकि शराब की दुकानों को बंद करने के बाद सरकार को राजस्व का तगड़ा नुकसान हुआ था। लगातार हो रहे नुकासान को देखते हुए सरकार को लॉकडाउन के तीसरे चरण में शराब की दुकानों को खोलने का फैसला करना पड़ा। इस बीच देशभर में शराब के ठेकों के बाहर कई किलोमीटर लंबी लाइनें देखने को मिली।
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नुकसान की भरपाई के लिए कई राज्यों की सरकारों ने शराब में 'स्पेशल कोरोना फी' नाम से एक नया टैक्स लगाया था। इनमें देश की राजधानी दिल्ली भी थी। हालांकि अब सरकार ने उस फैसले को वापस ले लिया है। ऐसे में अब दिल्ली में शराब फिर से सस्ती हो जाएगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के मुताबिक 4 मई को दुकानों पर भारी भीड़ को देखते हुए सरकार ने MRP पर 70 प्रतिशत का स्पेशल कोरोना टैक्स लगाया था। इस फैसले को अब कैबिनेट की सहमति से वापस लिया जा रहा है। फिलहाल अभी तीन दिन शराब महंगे दाम पर ही मिलेगी। इसके बाद 10 जून से सरकार का ये फैसला लागू होगा और दाम कम हो जाएंगे। दिल्ली सरकार के इस फैसले से शराब प्रेमियों को राहत मिली है।
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एक रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली सरकार ने 4 मई से 30 मई तक 234 करोड़ 54 लाख 52 हजार 485 रुपये की शराब बेची थी। इस दौरान सरकार को 'स्पेशल कोरोना फी' से 161 करोड़ रुपये का फायदा हुआ था। वहीं दिल्ली से सटे नोएडा, गजियाबाद और गुरुग्राम में शराब के दाम कम हैं। ऐसे में सरकार को अंदेशा है कि बॉर्डर खुलने के बाद दिल्ली में शराब की बिक्री कम हो जाएगी। जिस वजह से स्पेशल टैक्स हटाने का फैसला लिया गया है।
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