भारत में चीन की जासूसी को लेकर बहुत बड़ा खुलासा हुआ है। चीन अब केवल एलएसी पर ही नहीं, बल्कि डिजिटल पलेटफॉर्म पर भी भारत के खिलाफ साजिश रच रहा है। अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, चीन भारत में बड़े संवेधानिक पदों पर बैठे राजनेताओं और सामरिक पदों पर बैठे अधिकारियों की जासूसी कर रहा है।
खुलासा हुआ है कि चीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पांच प्रधानमंत्रियों, पूर्व और वर्तमान के 40 मुख्यमंत्रियों, 350 सांसद, कानून निर्माता, विधायक, मेयर, सरपंच और सेना से जुड़े समेत करीब 1350 लोगों की जासूसी कर रहा है। इंडियन एक्सप्रेस ने जिन नामों का खुलासा किया है, उनमें देश के कई बड़े-बड़े लोगों के नाम शामिल हैं।
Published: 14 Sep 2020, 12:56 PM IST
जिन लोगों की निगरानी की जा रही है उनमें राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनका परिवार; मुख्यमंत्रियों में ममता बनर्जी, अशोक गहलोत और कैप्टन अमरिंदर सिंह, उद्धव ठाकरे, नवीन पटनायक और शिवराज सिंह चौहान शामिल हैं।
इसके अलावा कैबिनेट मंत्री राजनाथ सिंह और रविशंकर प्रसाद से लेकर निर्मला सीतारमण, स्मृति ईरानी और पीयूष गोयल भी शामिल हैं। वहीं, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन सिंह रावत से लेकर सेना, नौसेना और वायु सेना के कम से कम 15 पूर्व प्रमुख भी निगरानी सूची में शामिल हैं।
Published: 14 Sep 2020, 12:56 PM IST
भारत के चीफ जस्टिस शरद बोबड़े और उनके साथी जज एएम खानविल्कर से लेकर लोकपाल जस्टिस पी.सी घोष और नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक जीसी मुर्मू का भी इसमें नाम है। स्टार्टअप टेक उद्यमी जैसे भारत पे (एक भारतीय भुगतान ऐप) के संस्थापक निपुण मेहरा और ऑथेंटिकेशन टेक्नोलॉजी कंपनी ऑथब्रिज के अजय त्रेहन से लेकर रतन टाटा और गौतम अडानी जैसे शीर्ष उद्यमी भी इस लिस्ट में शामिल हैं।
इसमें न सिर्फ राजनैतिक और सरकारी प्रतिष्ठानों के प्रभावी लोग, बल्कि अलग-अलग क्षेत्रों के तय लोगों की निगरानी की जा रही है। इनमें प्रमुख पदों पर बैठे ब्यूरोक्रेट्स, जज, साइंटिस्ट्स, शिक्षाविद, पत्रकार, एक्टर्स, खिलाड़ी, धार्मिक लोग और एक्टिविस्ट शामिल हैं। इतना ही नहीं वित्तीय अपराध, भ्रष्टाचार, आतंकवाद, और मादक पदार्थों, सोने, हथियारों या वन्यजीवों की तस्करी के सैकड़ों अभियुक्त भी इनमें शामिल हैं।
Published: 14 Sep 2020, 12:56 PM IST
इंडियन एक्सप्रेस की जांच में पता चला है कि ओकेआईडीबी लोगों के रिश्तेदारों को भी ट्रैक करता है। इनमें प्रधानमंत्री मोदी की पत्नी जशोदाबेन, राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद की पत्नी सविता कोविंद; पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की पत्नी गुरशरण कौर और उनकी बेटियां उपिंदर, दमन, अमृत, सोनिया गांधी के पति स्वर्गीय राजीव गांधी, पुत्र राहुल गांधी, बेटी प्रियंका गांधी, स्मृति ईरानी के पति जुबिन ईरानी, हरसिमरत कौर के पति सुखबीर सिंह बादल, भाई बिक्रम सिंह मजीठिया और पिता सत्यजीत सिंह मजीठिया, अखिलेश यादव के पिता मुलायम सिंह यादव, पत्नी डिंपल, ससुर आर सी रावत, चाचा शिवपाल सिंह और राम गोपाल यादव शामिल हैं।
झेन्हुआ की लिस्ट के अनुसार जिन लोगों की निगरानी की जा रही है उनमें पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, अशोक चव्हाण और सिद्धारमैया के साथ ही कई राजनीतिक दलों के नेता शामिल हैं। डीएमके के दिवंगत एम करुणानिधि, बहुजन समाज पार्टी के स्वर्गीय कांशी राम और राजद के लालू प्रसाद यादव भी इनमें शामिल हैं।
Published: 14 Sep 2020, 12:56 PM IST
न्यूज मीडिया से जो नाम लिस्ट में शामिल हैं उनमें एन रवि, जिनका नाम पिछले सप्ताह द हिंदू ग्रुप के चेयरमैन के रूप में आया था; इंडिया टुडे समूह के कंसल्टिंग एडिटर राजदीप सरदेसाई, प्रधानमंत्री कार्यालय में पूर्व मीडिया सलाहकार संजय बारू और इंडियन एक्सप्रेस के मुख्य संपादक राज कमल झा हैं।
लिस्ट में खेल, संस्कृति और धर्म के क्षेत्र से प्रमुख नाम भी शामिल हैं। पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, फिल्म निर्देशक श्याम बेनेगल, शास्त्रीय नृत्यांगना सोनल मानसिंह, पूर्व अकाल तख्त जत्थेदार गुरबचन सिंह, चर्चों के कई बिशप और आर्कबिशप, राधे मां (सुखविंदर कौर), बीबी जागीर कौर और निरंकारी मिशन के हरदेव सिंह पर नजर रखी जा रही थी।
Published: 14 Sep 2020, 12:56 PM IST
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Published: 14 Sep 2020, 12:56 PM IST