शपथग्रहण को लेकर गतिरोध के बीच तृणमूल कांग्रेस के दो नवनिर्वाचित विधायक बुधवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा पहुंचे और कहा कि वे शाम चार बजे तक राज्यपाल सीवी आनंद बोस के उन्हें पद की शपथ दिलाने या फिर इस दायित्व के लिए अध्यक्ष को मंजूरी दिए जाने का इंतजार करेंगे।
सायंतिका बंदोपाध्याय और रायत हुसैन सरकार क्रमश: बारानगर और भागाबंगोला निर्वाचन क्षेत्रों से निर्वाचित हुए हैं। राजभवन की ओर से कहा गया कि शपथग्रहण समारोह राजभवन में बोस के सामने होना चाहिए।
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बंदोपाध्याय ने कहा, ‘‘मैं विधानसभा का सदस्य हूं और मुझे यहीं से काम करना है। यह सामान्य प्रथा है कि उपचुनाव के मामले में राज्यपाल शपथ दिलाने के लिए अध्यक्ष या उपाध्यक्ष को पत्र लिखते हैं। इसलिए मैंने राज्यपाल को पहल करने के लिए पत्र लिखा था।’’
हुसैन सरकार ने भी कहा कि वह राज्यपाल द्वारा शपथग्रहण समारोह आयोजित किए जाने या उनकी सहमति के लिए बंदोपाध्याय के साथ शाम चार बजे तक इंतजार करेंगे, जिससे कि शपथग्रहण अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की उपस्थिति में हो सके।
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विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने पत्रकारों से कहा, ‘‘शपथग्रहण समारोह एक संवैधानिक शिष्टाचार है और यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमें इस तरह की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। अगर राज्यपाल इच्छुक हैं तो वह विधानसभा में आकर शपथग्रहण समारोह आयोजित कर सकते हैं। हम सभी व्यवस्थाएं करेंगे। हमें कोई समस्या नहीं है। लेकिन गतिरोध नहीं होना चाहिए।’’
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राज्यपाल ने दोनों विधायकों को 26 जून को राजभवन में होने वाले शपथग्रहण समारोह में शामिल होने को कहा था।
हालांकि संवैधानिक मानदंडों के अनुसार, राज्यपाल किसी विधायक को शपथ दिला सकते हैं, लेकिन परंपरागत रूप से उपचुनाव के मामले में वह विधानसभा अध्यक्ष या उपाध्यक्ष को शपथ दिलवाने का कार्य सौंपते हैं।
पीटीआई के इनपुट के साथ
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