पश्चिम बंगाल और असम में 69 विधानसभा सीटों को कवर करने के लिए दूसरे चरण का मतदान गुरुवार को होने वाला है, चुनाव आयोग इस बाबत राज्य प्रशासन के साथ मिलकर शांतिपूर्ण तरीके से मतदान कराने के लिए सभी इंतजाम सुनिश्चित कर रहा है। पश्चिम बंगाल में 30 विधानसभा क्षेत्रों और असम में 39 सीटों पर मतदान होगा, जिसमें कई पोलिंग टीमें कठिन इलाकों, खराब रास्तों और नदियों को पार करते हुए विशिष्ट बूथों तक पहुंचेंगी।
Published: undefined
चुनाव आयोग ने कहा कि उसने मतदान की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं, और उसके सभी अधिकारी आज शाम तक मतदान केंद्रों पर पहुंच जाएंगे। चुनाव आयोग ने कहा, "कठिन इलाके, भारी बारिश और अवरुद्ध सड़कें भी हमारे समर्पित अधिकारियों को नहीं रोक सकते, जो चुनाव ड्यूटी में शामिल हैं।"
चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने कहा कि दूसरे चरण में मतदान होने वाले सभी बूथों को उचित सुरक्षा रडार के तहत रखा जाएगा, क्योंकि अधिकांश क्षेत्र बहुत संवेदनशील हैं, और अन्य राज्यों से सटे राज्यों की सीमाओं पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
Published: undefined
लगभग 700 केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) कंपनियों को पश्चिम बंगाल के पूर्व मिदनापुर, पश्चिम मिदनापुर, दक्षिण 24 परगना और बांकुरा जिलों में तैनात किया गया है। हालांकि, मतदान के लिए पूरी तरह से शांतिपूर्ण और भयमुक्त वातावरण सुनिश्चित करने के लिए असम में 500 से अधिक सीएपीएफ भी तैनात किए जा रहे हैं।
Published: undefined
हाई-प्रोफाइल नंदीग्राम निर्वाचन क्षेत्र में भी दूसरे चरण के अंतर्गत मतदान होगा, जहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कभी अपने खास रहे सुवेंदु अधिकारी के खिलाफ खड़ी हैं। सुवेंदु बीजेपी से जीत का दम भर रहे हैं। नंदीग्राम के अलावा भी कई सीटें ऐसी हैं जहां कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है। तामलुक, बरजोरा, विष्णुपुर, बांकुड़ा, पंसकुड़ा पश्चिम और पंसकुड़ा पूर्व ऐसी सीटें हैं जहां 2016 के विधानसभा चुनाव में जीत का अंतर काफी कम रहा था।
2016 के विधानसभा चुनाव की बात की जाए तो दूसरे चरण की इन 30 सीटों में से पिछली बार तृणमूल कांग्रेस ने 21 पर जीत दर्ज की थी। जबकि बीजेपी महज एक सीट पर जीत पाई थी। लेफ्ट को 5 और कांग्रेस को तीन सीटों पर जीत मिली थी।
Published: undefined
असम में, राज्य चुनाव के दूसरे चरण में 39 सीटों में 345 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा, जिसमें 73 लाख से अधिक मतदाता मतदान करेंगे। असम में दूसरे चरण की अधिकांश सीटों पर एनडीए और कांग्रेस के नेतृत्व वाले महाजोत के बीच सीधा मुकाबला होने की संभावना है। बीजेपी ने 34, कांग्रेस ने 28, असम जनता परिषद ने 19, एआईयूडीएफ ने सात, एजीपी ने छह और बीपीएफ ने चार उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। बता दें कि 2016 के चुनाव में कांग्रेस को 18 और एआईयूडीएफ 12 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
Published: undefined
बता दें कि असम के दूसरे चरण में चुनाव में बीजेपी की साख दांव पर है। इसके अलावा पार्टी के दिग्गज नेता भी अपनी सीट बचाने में जुटे हुए हैं। दरअसल, बीजेपी ने वर्तमान मंत्रियों परीमल सुकलावैद्य को ढोलाई, भावेश करलिता को रांगिया, पिजुष हजारिका को जागीरोड और विधानसभा उपाध्यक्ष अमिनुल हक लस्कर को सोनाई से मैदान में उतारा है। इनके अलावा दिगंत कालिता कमलापुर से, रमाकांत देवरी मोरीगांव से, जीतु गोस्वामी ब्रह्मपुर से, मिहिर कांती शोम उधारबोंड से, गौतम रॉय काटीगोड़ा से, नंदिता गारसोला हाफलांग से और जयंत मल्ला बरुआ नलबाड़ी से किस्मत आजमा रहे हैं। वहीं, एजेपी के अजीज अहमद खान करीमजंग दक्षिण से चुनाव लड़ रहे हैं तो बीजेपी से टिकट नहीं मिलने के बाद पार्टी का साथ छोड़ने वाले विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष दिलीप कुमार पॉल सिलचर से निर्दलीय ताल ठोक रहे हैं।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined