देश

आंध्र प्रदेश: जगन मोहन रेड्डी को नतीजों पर नहीं हो रहा विश्वास, कहा- ऐसी उम्मीद नहीं थी

पत्रकारों से बात करते हुए जगन मोहन रेड्डी ने जनादेश को स्वीकार किया और जनता, खासकर गरीबों के लिए काम करना जारी रखने का संकल्प जताया। उन्होंने कहा कि अब भी हमारे साथ 40 प्रतिशत मतदाता हैं। हम हारें हैं, लेकिन फिर वापस आएंगे।

फोटो: IANS
फोटो: IANS 

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी वाईएसआर कांग्रेस की हुई पराजय पर आश्चर्य जताया। रेड्डी ने कहा कि उन्हें ऐसे नतीजों की उम्मीद नहीं थी। 

 उन्होंने आश्चर्य जताया कि करोड़ों लोगों को लाभ पहुंचाने वाली कई कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने के बावजूद वाईएसआर कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। पत्रकारों से बात करते हुए जगन मोहन रेड्डी ने जनादेश को स्वीकार किया और जनता, खासकर गरीबों के लिए काम करना जारी रखने का संकल्प जताया। उन्होंने कहा कि अब भी हमारे साथ 40 प्रतिशत मतदाता हैं। हम हारें हैं, लेकिन फिर वापस आएंगे।

Published: undefined

जगन ने यह भी कहा कि वाईएसआर कांग्रेस के लिए विपक्ष में होना कोई नई बात नहीं है।उन्होंने कहा, "इन पांच सालों को छोड़कर, हमने ज्यादातर समय विपक्ष में बिताया है। संघर्ष हमारे लिए कोई नई बात नहीं है। सार्वजनिक जीवन में रहते हुए हमने कई कठिनाइयों का सामना किया है और अगर इससे भी बड़ी कठिनाइयां आती हैं, तो हम उनका सामना करने के लिए तैयार हैं।"

वाईएसआर कांग्रेस नेता ने कहा कि यहां बीजेपी, एन. चंद्रबाबू नायडू और पवन कल्याण जैसे बड़े लोगों ने गठबंधन बनाया है। उन्होंने नई सरकार को शुभकामनाएं दीं।

Published: undefined

उल्लेखनीय है कि राज्य में टीडीपी-जन सेना-बीजेपी गठबंधन ने अब तक 85 सीटों पर जीत दर्ज की है और 79 सीटों पर आगे चल रहा है। त्रिपक्षीय गठबंधन 25 लोकसभा सीटों में से 21 पर भी आगे चल रहा है।

 वाईएसआरसीपी ने केवल तीन विधानसभा सीटें जीती हैं और आठ क्षेत्रों में आगे चल रही है। यह चार लोकसभा क्षेत्रों में भी वह आगे है। 2019 के विधानसभा चुनाव में वाईएसआरसीपी ने 151 विधानसभा और 22 लोकसभा सीटें जीती थीं।

 उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार ने जनता के कल्याण के लिए ऐसे कदम उठाए, जो पहले इसके पहले नहीं उठाए गए। उन्होंने कहा, "हमने 53 लाख माताओं के लाभ और उनके बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए कदम उठाए, लेकिन हमें नहीं पता कि इन माताओं और बहनों के वोटों का क्या हुआ। हमने 66 लाख बुजुर्गों, शारीरिक रूप से विकलांग और विधवाओं को उनके दरवाजे पर पेंशन मुहैया कराई। लेकिन हमें नहीं पता कि उनके प्रति दिखाए गए स्नेह का क्या हुआ।"

जगन ने दावा किया कि उनकी सरकार ने राज्य के 54 लाख किसानों की भलाई के लिए कार्य किया। इसके बावजूद हमें पराजय का सामना करना पड़ा, यह हमारे लिए आश्चर्य की बात है।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

Published: undefined

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia

Published: undefined

  • छत्तीसगढ़: मेहनत हमने की और पीठ ये थपथपा रहे हैं, पूर्व सीएम भूपेश बघेल का सरकार पर निशाना

  • ,
  • महाकुम्भ में टेंट में हीटर, ब्लोवर और इमर्सन रॉड के उपयोग पर लगा पूर्ण प्रतिबंध, सुरक्षित बनाने के लिए फैसला

  • ,
  • बड़ी खबर LIVE: राहुल गांधी ने मोदी-अडानी संबंध पर फिर हमला किया, कहा- यह भ्रष्टाचार का बेहद खतरनाक खेल

  • ,
  • विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले कांग्रेस ने महाराष्ट्र और झारखंड में नियुक्त किए पर्यवेक्षक, किसको मिली जिम्मेदारी?

  • ,
  • दुनियाः लेबनान में इजरायली हवाई हमलों में 47 की मौत, 22 घायल और ट्रंप ने पाम बॉन्डी को अटॉर्नी जनरल नामित किया