राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सांसद मनोज झा ने केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी पर निशाना साधते हुए शनिवार को अकेले चुनाव लड़ने और अकेले सरकार बनाने की नसीहत दी है। उन्होंने कहा इस तानाशाही की अति हो चुकी है।
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मनोज झा ने शनिवार को केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा, बड़ी अदभुत चीजें हो रही हैं, इस देश में पहले सीबीआई एक पुराना केस जो 2008-2010 में दो बार बंद हो गया था। उसको खुलवाया जाता है। उसके बाद फिर प्रवर्तन निदेशालय सुबह 4:00 बजे सुबह तक जिस घर में छोटे-छोटे बच्चे हैं और क्रिटिकल स्टेज में, तेजस्वी की पत्नी गर्भवती है वहां जांच की जाती है। किसी को इन मानवीय संवेदना से कोई लेना-देना नहीं। बिहार में जो सरकार, बीजेपी के हाथ से निकल गई यहां उसका दर्द था और बदले की कार्रवाई थी।
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उन्होंने कहा, बीजेपी केंद्रीय एजेंसियों का एक इंस्ट्रूमेंट की तरह इस्तेमाल कर रही है। मैं केवल इतना कहना चाहता हूं कि ये बंद किया जाए। थोक में तमाम विपक्ष के नेताओं को जेल में डाल दिया जाए, उन पर कार्रवाई की जाए और अकेले बीजेपी चुनाव लड़े अकेले सरकार बनाए और अपनी तानाशाही पर मुहर लगवाए।
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उन्होंने कहा देश में यह तानाशाही नहीं चलेगी। इस तानाशाही के खिलाफ आक्रोश है। बिहार में लालू यादव और तेजस्वी ने अपने समर्थकों को रोक रखा है, यह कहा है कि आप कानून का पालन कीजिए। लेकिन बीजेपी ने तय कर लिया है कि वह राजनीतिक लड़ाई लड़ने में नाकामयाब है। इसलिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मीडिया में लगातार सूत्रों के हवाले से खबर चलाई गई। पहले साल 2017 में यह कहा गया कि मीसा भारती के घर से 8000 करोड बरामद हुए। उसके बाद गुडगांव में किसी अन्य व्यक्ति के मॉल को तेजस्वी यादव का मॉल कहकर सूत्रों के हवाले से खबर चलाई गई। जो बाद में गलत साबित हुई। ये जो उत्पाती सूत्र है उन्हें पहले अपने कागजात दुरुस्त कर लेनी चाहिए। गलत साबित होने के बाद ये सूत्र कहां गायब हो जाते हैं।
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बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के परिवार पर हुई प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी के संबंध में मनोज झा ने ये प्रतिक्रिया दी। ये छापेमारी दक्षिणी दिल्ली के उस घर में हुई जहां लालू यादव के बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव मौजूद थे। इसके साथ ही ईडी ने बिहार के कई शहरों में भी लालू प्रदास यादव के परिवार और आरजेडी नेताओं के परिसरों में 'नौकरी के बदले जमीन' केस की जांच के तहत छापेमारी की थी।
वहीं बीते सोमवार को पटना में सीबीआई की टीम ने राबड़ी देवी से चार-पांच घंटे तक पूछताछ की गई थी। इसके बाद अगले दिन मंगलवार को आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से भी दिल्ली में करीब 2.30 घंटे तक पूछताछ की गई थी।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
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