हिमाचल प्रदेश में हुई बर्फबारी के बाद 24 जनवरी को खिली धूप ने शिमला, मनाली और दूसरे पर्यटक स्थलों को और भी अधिक खूबसूरत बना दिया है। हालांकि बर्फबारी से यहां के लोगों की परेशानियां भी बढ़ गई हैं। बर्फबारी के कारण किन्नौर और शिमला जिले के नारकंडा, जुब्बल, कोटखाई, कुमारसैन, खड़ापठार, रोहरू और चोपाल जैसे कस्बे जिला मुख्यालयों से कट गए हैं। मौसम विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक, शिमला के ऊंचाई वाले इलाकों में 24 जनवरी की शाम तक सड़कों पर यातायात बहाल होने की उम्मीद है।
शिमला में न्यूनतम तापमान शून्य से 0.4 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया। तापमान गिरने की वजह से कई इलाकों में 7 सेंटीमीटर तक मोटी बर्फ की चादर जम गई है। वहीं इन इलाकों में 5.8 मिलीमीटर बारिश भी हुई। शिमला के आसपास के स्थानों जैसे कुफरी, फागू और नारकंडा में पिछले 24 घंटों में मध्यम बर्फबारी हुई है। शिमला के कई इलाकों जैसे माल रोड, रिज, यूएस क्लब और जाखू हिल्स में बर्फबारी देखी गई। हालांकि मनाली में अधिकांश बर्फ सुबह तक पिघल गई।
लाहौल-स्पीति का जिला मुख्यालय के लांग राज्य में सबसे ठंडा रहा जहां न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 5.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया और यहां तीन सेंटीमीटर तक बर्फबारी भी हुई। वहीं किन्नौर जिले के कल्पा में तापमान शून्य से तीन डिग्री नीचे दर्ज किया गया। मनाली में न्यूनतम तापमान शून्य से 0.6 डिग्री नीचे व धर्मशाला में शून्य से 3.4 डिग्री नीचे दर्ज किया गया।
मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि शिमला, कुल्लू, सिरमौर, किन्नौर, लाहौल-स्पीति और चंबा जिलों में 25 जनवरी तक हल्की बर्फबारी और बारिश हो सकती है।
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