केरल में आयी बाढ़ से हुयी तबाही किसी से छिपी नहीं है और इस मुश्किल वक़्त में कई राज्यों की सरकारों के अलावा राजनीतिक और धार्मिक संगठन भी मदद के लिए सामने आए हैं। कांग्रेस ने भी पार्टी के सभी विधायकों और सांसदों की एक महीने की तनख्वाह केरल के बाढ़ पीड़ितों के लिए देने का फैसला किया है। और दूसरी कई पार्टियों और उनकी सरकारों ने भी केरल की इस त्रासदी में मदद का हाथ बढ़ाया है। लेकिन इन सब के बीच तमिलनाडू की एक नन्हीं बच्ची ने वो काम किया है, जिसने मानवीय संवेदनाओं की एक शानदार मिसाल कायम की है।
दरअसल तमिलनाडू के विल्लुपुरम की रहने वाली अनुप्रिया ने अपने 4 साल से जमा किये गए पैसों को केरल बाढ़ पीड़ित राहत कोष को दे दिया है। अनुप्रिया पिछले 4 साल से अपने गुल्लक में पैसे जमा कर रही थी, जो इस वक्त करीब 9000 रुपये हो गए थे। अनुप्रिया ने अपना जमा किया ये सारा पैसा केरल के बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए दे दिया। सबसे दिलचस्प बात ये है कि अनुप्रिया ये पैसे साइकिल खरीदने के लिए जमा कर रही थी, लेकिन जब उसे पता चला कि केरल की हालत इतनी ज्यादा ख़राब है तो उसका मासूम दिल परेशान हो गया और उसने अपनी साइकिल से ज़्यादा जरूरी बाढ़ पीड़ितों की मदद को समझा और अपने पैसे केरल को भेज दिए।
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अनुप्रिया के इस कदम की सोशल मीडिया पर खूब तारीफ हो रही है और उसकी तारीफ और दुआओं का सिलसिला भी जारी है। जब देश की एक प्रमुख साईकिल कंपनी को पता चला कि एक बच्ची साइकिल खरीदने के लिए चार साल से पैसे जमा कर रही थी और केरल की हालत देखकर उसने सब पैसे राहत कोष को दे दिए हैं तो कंपनी ने अनुप्रिया की तारीफ करते हुए उसे एक नई साइकिल मुफ्त देने का ऐलान किया।
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इसके थोड़ी ही देर बाद उस साइकिल कंपनी के चेयरमैन पवन मुंजाल ने अनुप्रिया के इस कदम के लिए अनुप्रिया की तारीफ करते हुए ट्वीट किया। उन्होंने अच्छाई औऱ इसंनायित जज्बे को फैलाने के लिए अनुप्रिया को बधाई दी और ऐलान किया कि उनकी कंपनी उन्हें जिंदगी भर हर साल एक नई साइकिल देगी। इसके बाद सोमवार को कंपनी ने अपना वादा पूरा करते हुए अनुप्रिया को एक साइकिल देकर सम्मानित भी किया।
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इसके बाद तो सोशल मीडिया पर अनुप्रिया की तारीफ का सिलसिला शुरू हो गया। लोग इस बात पर आश्चर्य जताने के साथ ही फख्र भी महसूस कर रहे हैं कि महज दूसरी क्लास में पढ़ने वाली 8 साल की बच्ची के दिल में किसी की तकलीफ के लिए कितनी संवेदनाएं भरी हुई हैं।
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