ग्ल्व्स पर सेना का चिन्ह लगाने से जुड़े मुद्दे पर भले ही प्रशासकों की समिति (सीओए) के अध्यक्ष विनोद राय और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सीईओ राहुल जौहरी महेंद्र सिंह धोनी के साथ न खड़े दिखे लेकिन उनके साथी इस मुद्दे पर पूरी तरह उनके साथ हैं। विनोद राय ने इस मामले को लेकर कहा है कि अगर सेना का चिन्ह आईसीसी के नियमों का उल्लंघन है तो बीसीसीआई इसका उल्लंघन नहीं करेगी। इसी तरह की बात जौहरी ने भी कही लेकिन खिलाड़ियों ने कहा कि वे अपने पूर्व कप्तान के साथ हैं। कप्तान विराट कोहली ने भी कहा कि धोनी ने सेना के सम्मान में यह चिन्ह लगाया है और इसमें कोई हर्ज नहीं।
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लंदन में भारतीय कैम्प की अंदर की बातों की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि खिलाड़ियों ने साफ कर दिया है कि वे धोनी के साथ हैं और इस मामले को बिना मतलब का तूल दिया जा रहा है। सूत्र ने कहा, "खिलाड़ियों ने साफ कर दिया है कि वे धोनी के साथ हैं। खिलाड़ियों के मुताबिक वे कपड़ों और उपकरणों को लेकर आईसीसी के रेगुलेशन पर बहस नहीं करना चाहते और वे इस बात पर भी चर्चा नहीं चाहते कि बीसीसीआई का मेल जाने के बाद आईसीसी को इस सम्बंध में इजाजत दे देनी चाहिए थी, लेकिन एक बात तय है कि वे अपने पूर्व कप्तान के साथ खड़े हैं।"
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मजेदार बात यह है कि धोनी को अन्य भारतीय खिलाड़ियों से भी संदेश प्राप्त हुए हैं, जिन्होंने कहा है कि धोनी के बलिदान बैज से किसी को कोई खतरा नहीं। सूत्र ने कहा, "सिर्फ भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी ही नहीं, देश में अन्य खेलों से जुड़े खिलाड़ियों ने भी कहा है कि धोनी का बलिदान बैज पहनना गलत नहीं है।"
बीसीसीआई से जुड़े राज्य खेल संघों ने भी साफ कर दिया है कि वे धोनी के साथ हैं। राज्य संघ के एक सीनियर अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, "आईसीसी अपना फ्रस्ट्रेशन इस तरह नहीं निकाल सकता। इस तरह का बैज आईसीसी के किसी नियम का उल्लंघन नहीं करता और इस मामले को दूसरे तरह से सुलझाया जाना चाहिए था।"
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इस संबंध बात करने के लिए जौहरी लंदन जाने वाले हैं और बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा कि यह देखना रोचक होगा कि वह इस मामले को कैसै सुलझाते हैं। सीओए प्रमुख ने भी कहा है कि जौहरी इस मामले को लेकर आईसीसी से बात करेंगे। अधिकारी ने आईएएएनएस से कहा, "यह देखना रोचक होगा कि सीईओ, जो कि अपने परिवार के साथ लंदन जा रहे हैं, इस मामले को कैसे सुलझाते हैं।"
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