कहीं जीवन के संघर्ष है तो कहीं जीवन का उत्सव: ऐसा रहा 11 नवंबर का दिन
11 नवंबर 2017 को देश और दुनिया में कई जगह जिंदगी के लिए जद्दोजहद देखने को मिली। कहीं मौसम की वजह से लोगों को परेशानियां उठानी पड़ी तो कहीं उत्सव में शामिल होते हुए लोग दिखे।
By नवजीवन डेस्क
मौसम की परवाह किए बगैर गाजियाबाद के कौशांबी में एक ठेले वाला अपने रोजाना के काम पर फोटो: प्रमोद पुष्कर्णा
नई दिल्ली में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) मुख्यालय में महानिदेशक स्तर की वार्ता के दौरान बीएसएफ और पाकिस्तानी रेंजर्स के अधिकारी
रूसी फिल्म समारोह ‘रशियन फिल्म डेज - 2017’ की घोषणा करती हुईं बीजेपी सांसद और अभिनेत्री हेमा मालिनी, भारत में रूस के राजदूत निकोलाय कुदाशेव, रूस के संस्कृति मंत्री व्लादिमीर मेदिंस्की, रूसी निर्देशक वैलेरी तोदोरोस्की और हॉलीवुड रिपोर्टर (रूसी संस्करण) की मुख्य संपादक मारिया लेमेशेवाएक छोटी नाव से समुद्र पार करने की कोशिश के दौरान दुर्घटना का शिकार होकर समुद्र में डूब रहे प्रवासी लीबिया के एक तटरक्षक जहाज पर बैठने की कोशिश करते हुए। इस दुर्घटना में 5 प्रवासियों की मौत हो गई।चुनावी कार्यक्रमों के दौरान फुरसत के पलः शनिवार को गांधीनगर के चंद्रला गांव में गुजरात के कांग्रेस चुनाव प्रभारी अशोक गहलोत और अन्य नेताओं के साथ कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी चाय-नाश्ता करते हुए।स्मॉग की वजह से अमृतसर में धुंधला बढ़ा दिल्ली के गाजीपुर में स्मॉग और खराब मौसम की वजह से दिल्ली मेट्रो का काम धीमा पड़ाएनएच 24 की चौड़ाई बढ़ाने के लिए घर तोड़ दिए जाने के बाद नोएडा मोड़ के पास खुले में रहने को मजबूर कलाकारों का परिवारअमृतसर में इस्कॉन द्वारा आयोजित भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान धार्मिक संगीत और भजन के दौरान नृत्य करते बच्चे गोवा के मोरमुगाओ में कोयला लेकर जाती पूरी तरह से ढकी एक ट्रेन का दृश्य। ऐसा कोयले के अत्यधिक आयात के बाद से स्थानीय लोगों द्वारा कोयला प्रदूषण की शिकायत के बाद किया गया।अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के करीब एक किताब की दुकान पर रोजाना आने वाले पढ़ने के शौकीन मौलाना जी को दुकान के मालिक की तरफ से चाय पिलाई जाती है। शनिवार को अगरतला के रवींद्र शतवार्षिकी भवन में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) द्वारा अर्जुन पुरस्कार विजेता जिमनास्ट दीपा कर्मकार को डी लिट की डिग्री से सम्मानित किया गयाइंडोनेशिया की राजधानी बाली में बुराई के ऊपर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में लाठी के खेल ‘मेकोटेक’ के दौरान गांववासी लाठियों के त्रिकोण को घुमाते हुए। त्रिकोण के ऊपर एक शख्स खड़ा है। गांव के पुरुषों द्वारा हर 6 महीने पर यह आयोजन किया जाता है।